भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि
वैश्य समाज ने कैडिंल जलाकर व पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
वैश्य समाज ने कैडिंल जलाकर व पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि सहरसा. 82 साल पहले 9 अगस्त ही के दिन देश में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी. पूरे देश की तरह बिहार के भी नौजवान इस आंदोलन में एक झटके में कूद पड़े थे. भारत छोड़ो आंदोलन के 82वें वर्षगांठ के अवसर पर शहर के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर वैश्य समाज कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कैडिंल जलाकर व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वैश्य समाज जिलाध्यक्ष रामकृष्ण साह उर्फ मोहन साह के नेतृत्व में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में जिला के शहीद हुए हीराकांत झा, पुलकित कामत, भोला ठाकुर, केदारनाथ तिवारी, कालेश्वर मंडल जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि दी गयी. जिलाध्यक्ष ने कहा कि आज के दिन हमलोग आजाद भारत में खुली सांस ले रहे हैं. इनमें इन महापुरुषों का योगदान है. इनकी शहादत को हमलोग बेकार नहीं जाने देंगे. प्रवक्ता राजीव रंजन साह ने कहा कि आज ही के दिन भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत 1942 को हुई थी. इसीलिए इतिहास में नौ अगस्त के दिन को अगस्त क्रांति दिवस के रूप में जाना जाता है. मुंबई के जिस पार्क से यह आंदोलन शुरू हुई, उसे अब अगस्त क्रांति मैदान के नाम से जाना जाता है. दूसरे विश्वयुद्ध में समर्थन लेने के बाद भी जब अंग्रेज भारत छोड़ने को तैयार नहीं हुए तो बापू ने भारत छोड़ो आंदोलन आरंभ किया. उपाध्यक्ष शशि सोनी ने कहा कि आजादी के महानायक को कुर्बानी को हमलोग व्यर्थ नहीं जाने देंगे. गांधी जी के इन्हीं अंदोलन से हमलोगों को सन 1947 में आजादी मिली. मौके पर पूर्व वार्ड पार्षद सुबोध साह, पूर्व पार्षद अरूण निरला, पूर्व मुखिया राजकिशोर साह उर्फ मन्टून, वरिष्ठ नेता प्रकाश जायसवाल, उपाध्यक्ष कृष्णमोहन चौधरी, संजय भगत, पूर्व सैनिक आशोक गुप्ता, शंकर साह, भुप्पी साह, भाजपा कोषाध्रक्ष जयप्रकाश दास, पवन ठाकुर, अमित आनंद, राजकुमार साह, संजय कुमार, अजीत कुमार अजय, लड्डू गुप्ता, नीरज राम, कैलाश साह, अर्जुन गुप्ता, प्रमोद पोद्दार, राजेश साह, बर्जेश साह सहित अन्य ने इस अवसर पर ने अगस्त क्रांति के शहीदों को श्रद्धांजलि देते सहरसा के वीर स्वतंत्रता सेनानी को नमन किया.
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