बनमा ईटहरी . प्रशासन के नाक के नीचे अवैध रूप से संचालित चार आरा मिल पर शुक्रवार को वन विभाग ने कार्रवाई करते जेसीबी लगाकर आरा मिल को तहस-नहस कर दिया. आरा मिल के संचालक और पुलिस प्रशासन के बीच तीखी नोंक-झोंक के बाद आखिरकार प्रशासन जेसीबी से मिल को उखाड़कर अपने साथ ले गयी. संचालक की मानें तो प्रशासन के साथ कुछ फर्जी पदाधिकारी अवैध वसूली के रूप में पहुंचे थे. जो अनाप शनाप राशि की मांग कर रहे थे. जो नहीं देने पर मशीन को उखाड़ कर ले गये. प्रशासन की मानें तो बनमा ईटहरी अंचल के कासिमपुर टोलवा स्थित अवैध रूप से संचालित आरा मिल की छापेमारी जिला वन विभाग पदाधिकारी के निर्देश पर अनुमंडल वन परिषद पदाधिकारी सिमरी बख्तियार रेणु कुमारी अपने पति एवं सिविल ड्रेस में दो अज्ञात व्यक्ति के साथ अंचलाधिकारी आशीष कुमार, स्थानीय थाना के एसआई आभा कुमारी अपने दल बल के साथ पहुंचे. जहां आरा मिल संचालक से आरा मिल का कागजात उपलब्ध कराने को कहा साक्ष्य प्रस्तुत नहीं होने के एवज में प्रशासन ने बुलडोजर से मशीन को उखाड़ कर अन्य साधनों के सहारे सिमरी बख्तियारपुर की ओर ले गये. मिली जानकारी के अनुसार सरबेला पंचायत स्थित कासिमपुर टोलवा गांव में चार व्यक्ति बटन शर्मा, बबलू शर्मा, बीरो शर्मा व लालबहादुर शर्मा के द्वारा बीते पांच वर्षों से जीविकोपार्जन के लिए निम्न स्तर के आरा मिल लगाकर अपना गुजर बसर करता आ रहा था. जिस पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर आरा मिल को क्षतिग्रस्त कर दिया. वन विभाग के अधिकारियों ने अपने साथ शीशम की लकड़ी भी लेकर गये. आरा मिल के समीप अलग-अलग प्रकार की लकडियां भारी मात्रा में दिखी. बुलडोजर की इस भारी भरकम कार्रवाई से आसपास ग्रामीण की भारी भीड़ भी जुट गयी. प्रखंड में अभी भी कई ऐसे अवैध आरा मिल है जो प्रशासन की छत्रछाया में चल रहा है. वहीं देर शाम एक तस्वीर भी वायरल हो रही है. वहीं कार्रवाई के बाद जो मशीन के पाठ पुर्जे बचे हुए थे उसे ग्रामीण अपने साथ ले जाते दिखे. फोटो – सहरसा 28 – जब्त सामान को ट्रैक्टर पर लोड कर ले जाते अधिकारी
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