सहरसा. विश्वकर्मा भवन विश्वकर्मा नगर में स्वतंत्रता सेनानी व देश के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की 30वीं पुण्यतिथि बुधवार को मनायी गयी. कार्यक्रम में किसान, नौजवान, शिल्पकार, श्रमिक व बुद्धिजीवी शामिल हुए. सबों ने ज्ञानी जैल सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते नमन किया. अभियंता रामेश्वर ठाकुर ने अपनी कविता के माध्यम से सभी को मंत्र मुग्ध किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते प्रदेश अध्यक्ष विश्वकर्मा समाज लीलाधर शर्मा ने उनकी जीवनी एवं प्रेरणा से गरीबों को सीख लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि ज्ञानी जैल सिंह सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने भारत मां को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्ति दिलाने के लिए कम उम्र में ही संघर्ष शुरू किया. वे समाज के अंतिम पायदान वाले किसान, मजदूर के सतत विकास के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे. मौके पर अभियंता रामेश्वर ठाकुर, प्रवक्ता मनोज कुमार मंटू, डॉ सुभाष चंद्र शर्मा, श्यामल किशोर शर्मा, प्रो नरेश मोहन ठाकुर, ब्रह्मदेव शर्मा, डॉ केडी शर्मा, डॉ रघुनंदन शर्मा, अनिल सूतिहार, चंद्रदेव शर्मा, विजेंद्र शर्मा, विजय शर्मा, सत्येंद्र प्रसाद शर्मा, वेद प्रकाश, ललन शर्मा, बृजमोहन विश्वकर्मा, अनंत शर्मा, कुंदन शर्मा, प्रशांत कुमार, अंशु शर्मा, त्रिपुर शर्मा सहित मौजूद थे.
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