माकपा का दो दिवसीय 24वां जिला सम्मेलन शुरू सहरसा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी सीपीआईएम का 24वां जिला सम्मेलन सीताराम येचुरी नगर बाढ़ आश्रय कुम्हरा घाट बरहशेर में माकपा राज्य सचिव कामरेड ललन चौधरी द्वारा पार्टी झंडोतोलन से शुरू हुआ. शहीद वेदी पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया गया. पटोरी नवहट्टा मोड़ से सम्मेलन स्थल बाढ़ आश्रय स्थल कुम्हरा घाट तक को हर पोल व हर वृक्ष को लाल झंडे से पाट दिया गया एवं कई अपने साथियों के नाम प्रवेश द्वार बनाकर खूबसूरत बनाया गया. सम्मेलन स्थल को और भी लाल झंडो एवं बैनरों से आकर्षक लाल किया गया. विशाल एवं भव्य सभा मंच इस इलाके के मशहूर कम्युनिस्ट नेता जनार्दन पांडेय के नाम पर जनार्दन पांडेय यादगार मंच रखा गया. हजारों की भीड़ में ढ़ोल नगारों की थाप पर खुला अधिवेशन सभा को और चार चांद व मनमोहक बना दिया. छोटी छोटी बच्ची कुमारी नीधि, छोटी कुमारी एवं कलाकारों द्वारा जनगीत एवं पार्टी का झंडा गीत लेलिन का वरदान हमारा प्यारा लाल निशान गा कर माहौल को यादगार बना दिया. जिसके बाद खुला अधिवेशन गणेश प्रसाद सुमन की अध्यक्षता में चली. अधिवेशन को संबोधित करते माकपा के केंद्रीय कमिटी सदस्य विक्रम सिंह ने कहा कि एनडीए गठबंधन सरकार में पूरे देश में कानून व्यवस्था फेल हो गया है. सरकार आरएसएस के ऐजेंडा को लागू कर रही है. मजदूरों के कानून को खत्म कर अपने मुठ्ठी भर पूंजीपतियों फायदा पहुंचाने के लिए लिए कानून व्यवस्था बना रही है. पूरे देश में धर्म मजहब,की हवा फैला कर सम्प्रदायिक की आग में झोंकने कि कोशिश बराबर की जा रही है. राज्य सचिव ललन चौधरी ने कहा कि बिहार में पलटू राम की सरकार भाजपा एवं आरएसएस को और फलने फूलने का मौका दे रही है. हाथ में कलम एवं कांपी देने के बजाय नौजवानों को तलवार थमा रहे हैं. पूरे प्रदेश में लाखों लोग भूमिहीन हैं उसको जमीन देकर बसाने के बजाय अतिक्रमण के नाम पर घरों को तोड़ा जा रहा है. शराबबंदी के नाम पर शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं. केंद्रीय कमिटी सदस्य अवधेश कुमार ने सरकार को आड़े हाथों लेते कहा कि भाजपा जदयू गठजोड़ सरकार जनविरोधी सरकार है. सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है. डबल इंजन की सरकार दो लोगों की सरकार है. अडानी एवं अंबानी की सरकार 10 वषों में पूंजीपति का लाखों करोड़ रूपया माफ किया. देश कृषि प्रधान देश है लेकिन आजादी को 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी किसान मजदूर का हालात ठीक नहीं हुआ. माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य विनोद कुमार ने देश दुनिया की विस्तार पूर्वक चर्चा करते कहा कि धर्म सम्प्रदाय, जात-पात, साम्राज्यवाद पूंजीवाद का विकल्प वामपंथी ही हो सकता है. देश की मूलभूत सुविधाओं पर कोई बात नहीं हो रही है. सिर्फ हिन्दू मुस्लिम के नाम पर नफरत फैलायी जा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. माकपा जिला मंत्री रणधीर यादव ने कहा कि जिले के सभी अंचलाधिकारी के पास हजारों भूमिहीन परिवार के लोगों ने बासगीत पर्चा के लिए आवेदन दिया है. लेकिन एक भी पर्चा का विवरण नहीं होना सरकार एवं प्रशासन की विफलता है. पर्चा धारियों में एक भी पर्चा को दखल दिहानी नहीं दिलाया गया. आजादी के इतने सालों बाद भी इस कुम्हरा घाट गांव को दो भागों में विभक्त करने वाली धेमरा नदी में एक पुल तक नहीं बन सका. जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. बिहार सरकार की कृषि रोड मैप एवं हर खेत बिजली की मुक्त पानी योजना फेल है. प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगवा कर गरीबों को मारने पर उतारू है. पार्टी इसको बर्दाश्त नहीं करेगी. खुला अधिवेशन को पार्टी नेता गणेश प्रसाद सुमन, किसान सभा जिला सचिव मिथिलेश कुमार सिंह, कृष्ण दयाल यादव, ब्रजेश बामपंथी, स्वागताध्यक्ष पूर्व मुखिया मनोरंजन पांडेय, सियाराम पासवान, नंदकिशोर यादव, संजू मुर्मू, रामलाल टूड्डू, महेंद्र शर्मा, लक्ष्मी पासवान नौजवान नेता कुलानन्द कुमार, मनोज शर्मा, सीपीआई नेता कामरेड चन्द्रशेखर ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया. स्वागत समिति के तमाम कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने में लगे रहे. सभा समाप्ति के बाद देर संध्या से सम्पूर्ण जिले से तीन सौ से अधिक आए प्रतिनिधियों का प्रतिनिधि सत्र प्रारंभ हुई जो रविवार तक चलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है