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ईस्ट जोन प्रतियोगिता के लिए एसएनएसआरकेएस कॉलेज में हॉकी का प्रशिक्षण कैंप शुरू

ईस्ट जोन प्रतियोगिता के लिए एसएनएसआरकेएस कॉलेज में हॉकी का प्रशिक्षण कैंप शुरू

सहरसा . भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के बैडमिंटन व कबड्डी टीम को ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भेजने के बाद अब हॉकी, फुटबॉल एवं वॉलीबाल टीम को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है. ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय हॉकी पुरूष प्रतियोगिता का आयोजन उड़ीसा के संबलपुर यूनिवर्सिटी में 19 नवंबर से 24 नवंबर तक हो रहा है. कुलपति प्रो डॉ विमलेंदु शेखर झा के निर्देश के अनुसार टीम को ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भेजने से पहले कड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है. एक साथ तीन टीमों का आवासीय प्रशिक्षण कैंप आयोजित किया जा रहा है. टीपी कॉलेज मधेपुरा में फुटबॉल का कैंप शुरू हो चुका है. बीएसएस कॉलेज सुपौल में वॉलीबाल का प्रशिक्षण कैंप जारी है. हॉकी का प्रशिक्षण कैंप सर्व नारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय में चल रहा है. जहां टीम कोच सुनील झा, ब्रजेश कुमार व मैनेजर डॉ रामनरेश पासवान के सानिध्य में हॉकी का गुर सिखाया जा रहा है. क्रीड़ा व सांस्कृतिक परिषद निदेशक डॉ मो अबुल फजल व संयुक्त सचिव डॉ जैनेंद्र कुमार ने बताया कि हॉकी एवं वॉलीबाल टीम 17 नवंबर को एवं फुटबॉल टीम 20 नवंबर को ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए यूनिवर्सिटी मुख्यालय मधेपुरा से रवाना होगी. सर्व नारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो डॉ अशोक कुमार सिंह इस बात के लिए लगातार प्रयासरत हैं कि कैंप में खिलाडियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण मिले एवं उनके सुविधाओं में कोई कमी नहीं हो. ………………… जिले के हॉकी खिलाड़ियों का खेल विभाग कर रही है अनदेखी स्कूली खेल कैलेंडर में जिले से हटा दिया गया हॉकी खेलः सुनील कुमार झा सहरसा . जिला हॉकी संघ सचिव सुनील कुमार झा ने कहा कि सहरसा को हॉकी खेल विभाग अनदेखा कर रहा हैं. वर्ष 2024-25 के स्कूली खेल कैलेंडर में जिला को हॉकी से हटा दिया गया है. इस सबंध में उन्होंने खेल पदाधिकारी को दिनांक 31 अगस्त को आवेदन दिया था. जिस आवेदन को खेल पदाधिकारी ने अग्रसारित कर निदेशक सह सचिव बिहार राज्य खेल प्राधिकरण पटना से अनुरोध किया कि सहरसा को हॉकी खेल में जोड़ा जाय. लेकिन सहरसा को नहीं जोड़ा गया. जबकि वर्ष 23-24 में जिला अंडर 14 बालक वर्ग में विजेता रहा हैं. जबकि राजगीर में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट के प्रचार- प्रसार के लिए हर जिला में ट्रॉफी को घुमाया गया. जिससे इस खेल के प्रति जागरूकता बढ़े. उन्होंने खेद व्यक्त किया कि जिले में चल रहे हॉकी खेल को अनसुना किया जा रहा है. एक तरफ सरकार इस खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार करती है. लेकिन खेलने वाले जिला को बाधित किया जा रहा है. बच्चों को सरकार की तरफ से कोई हॉकी खेल का समान नहीं देने बावजूद भी सहरसा के खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा है. अभी तक इतने कम समय में हॉकी बिहार स्कूली गेम 15 से 17 के संख्या में राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुका है. इससे सहरसा के हॉकी खिलाड़ियों में काफी मायूसी है. मौका मिलता तो इस बार भी इस जिले का अच्छा प्रदर्शन रहता. साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर जाने का मौका मिलता. सहरसा के हॉकी खिलाड़ी का विभाग मनोबल तोड़ने का काम कर रही है. सालभर खिलाड़ी तैयारी करते हैं कि हम गेम खेलेंगे.

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