गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित व्यक्तित्व परिष्कार सत्र में जुटे श्रद्धालु सहरसा . गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को व्यक्तित्व परिष्कार सत्र का आयोजन किया गया. सत्र को संबोधित करते डॉ अरुण कुमार जायसवाल ने प्रज्ञा गीत के माध्यम से कहा कि गुरुदेव कहते हैं हमारा दृढ़संकल्प है नया संसार बनायेंगे. आज दुनियांं जिस गर्त में पड़ी है, उस स्थिति में कोई तो आगे आये. जो हमारे जीवन को, हमारे समाज को हमारे राष्ट्र को, हमारे संस्कृति के मूल्यों को फिर से स्थापित करे. तब फिर हमलोग खुश रहेंगे. मिलजुल कर साथ रहेंगे, हंसेंगे व हंसायेंगे. लेकिन खुश रहने का उपाय क्या है आज के दिनों में यह महत्वपूर्ण बात है. इसके समाधान में आजकल की परिस्थितियां व कुछ जटिलताओं का सामना करना पड़ता है. आज भाई-भाई में, पति-पत्नी में, भाई-बहन में तो कभी एक दूसरे राष्ट्र से भी लड़ाई होती है. सोचते हैं यह अपने आप ठीक हो जायेगा. यह सोच गलत भी हो सकती है. इससे तनाव बढ़ जाता है. कैसे खुश रहें महत्वपूर्ण बात है. जटिल लोगों से बचकर रहना है. कभी-कभी परिस्थितियां भी भड़का सकती है एवं कुछ लोग भी उसकायेंगे. ऐसी स्थिति में शांत रहें, कोई प्रतिक्रिय ना दें. सोच समझकर प्रतिक्रिया दें. जिससे समाज भी बना रहे. अच्छे व्यक्ति से मित्रता करें. सबसे हिलमिल रहें एवं तनाव दबाव मुक्त रहें. बैठक की समाप्ति के बाद प्रखंड समितियों का पुनर्गठन किया गया व भविष्य के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया. अपने क्षेत्रीय समस्याओं को साझा किया गया. जिला से 125 परिजनों को प्रशिक्षण के लिए शांतिकुंज भेजा गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है