महर्षि मेंहीं योगाश्रम बैजनाथपुर में एक दिवसीय सत्संग का आयोजन सौरबाजार . सत्संग और संतों के सानिध्य में बुरा व्यक्ति भी अच्छा बन जाता है. सत्संग मनुष्य को अच्छा कर्म करने के साथ-साथ सही तरीके से जीवन जीने का ज्ञान सिखाता है. यह बातें सहरसा नगर निगम के बैजनाथपुर स्थित महर्षि मेंहीं योगाश्रम में सोमवार को आयोजित एक दिवसीय सत्संग में अखिल राष्ट्रीय संतमत सत्संग के प्रधानाचार्य स्वामी योगानंद महाराज ने अपने प्रवचन के माध्यम से कही. उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने व्यस्त समय से कुछ समय निकालकर सत्संग अवश्य सुनना चाहिए. आश्रम के संस्थापक महर्षि योगानंद महाराज की 65वीं जयंती के अवसर पर 26 जनवरी से शुरू हुए नवाह ध्यान साधना शिविर के बाद 3 फरवरी सोमवार को एक दिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया था. इस मौके पर सोमवार को 65 किलो लड्डू से बने केक काटकर जयंती मनाने के बाद सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया. सत्संग में बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से संतमत से जुड़े अनुयायी पहुंचे थे. जिसके ठहरने, भोजन समेत अन्य व्यवस्था आयोजन समिति द्वारा की गयी थी. आश्रम के व्यवस्थापक गुरु प्रसाद बाबा के नेतृत्व में आयोजित इस ध्यान साधना शिविर और सत्संग में सैकड़ों संत महापुरुष और अनुयायियों ने भजन के माध्यम से लोगों को लाभान्वित कराया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में मुख्य रूप से आश्रम के जमीनदाता रमेश यादव, अरविंद कुमार, गुरु प्रसाद बाबा, स्वामी रामचंद्र बाबा, पंकज बाबा, शिवानंद बाबा, विद्यानंद बाबा, सौरभ बाबा, सरपंच अरूण कुमार, पूर्व मुखिया पंकज यादव, युवा राजद जिलाध्यक्ष भारत यादव, कैलू शर्मा, संजय रजक समेत आसपास लोगों का भरपूर सहयोग मिला.
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