बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आइसा-आरवाइए ने रोड-रेल का किया चक्का जाम
अभ्यर्थियों की मांगों को सुनने के बजाय लाठियां बरसा रही सरकार: कुंदन
अभ्यर्थियों की मांगों को सुनने के बजाय लाठियां बरसा रही सरकार: कुंदन सहरसा . छात्र संगठन आइसा व युवा संगठन आरवाइए के राज्यव्यापी आह्वान पर सोमवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में सहरसा-मधेपुरा बाइपास रोड को घंटों जामकर बिहार लोकसेवा आयोग एवं जदयू-भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला. कार्यकर्त्ताओं ने सहरसा से दरभंगा की ओर जा रही मालगाड़ी ट्रेन को रोक कर प्रदर्शन किया. इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह माले नेता कुंदन यादव के नेतृत्व में आइसा-आरवाइए के दर्जनों कार्यकर्त्ता सड़क पर उतरे. युवा नेता कुंदन यादव ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. उसके बाद भी यह सरकार आंदोलनकारियों अभ्यर्थियों की बातों व मांगों को सुनने व समझने के बजाय लाठियां बरसा रही है. यह घोर अन्याय है. सरकार एक भी प्रतियोगी परीक्षा सही व निष्पक्ष नहीं करा नहीं पा रही है. ऊपर से तानाशाही, लाठी-गोली व पुलिसिया दम पर अभ्यर्थियों की आवाज को दमन कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा व नीतीश की सरकार परीक्षा माफियाओं पर शिकंजा कसने के बजाय निर्दोष अभ्यर्थियों को ही जेल में डाल रही है. उन्होंने चेतवानी देते कहा कि सरकार अभ्यर्थियों के मांगों पर विचार नहीं करती है तो इससे भी बड़ा आंदोलन किया जायेगा. आइसा नेता आदित्य रंजन ने कहा कि आये दिन बिहार में आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक व अनियमितता आम बात हो गयी है. इस पर ठोस नीति सरकार बनाये एवं पेपर लीक व अनियमितता के दोषी पर सख़्त कार्रवाई सुनिश्चित करे. जिससे योग्य अभ्यर्थियों को अवसाद का शिकार नहीं होना पड़े. सरकार एवं आयोग बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करती तो बीपीएससी अभ्यर्थियों सोनू कुमार जीवन लीला समाप्त करने को बाध्य नहीं होते. चक्का जाम आंदोलन में विक्की राम, युवा नेता सागर कुमार शर्मा, विकेश यादव, रंधीर कुमार ठाकुर, नईम आलम, बबलू कुमार यादव, अशोक उर्फ बटन यादव, राजेश कुमार, दशरथ राम, वकील कुमार यादव, कमल किशोर, मंटू यादव, मुकेश कुमार सहित दर्जनों शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है