निर्माणकार्य के दौरान ठेकेदारों द्वारा की जा रही अनियमितता सोनवर्षाराज . सर्व शिक्षा के तहत क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में मरम्मतिकरण व चाहरदीवारी की दर्जनों योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. लेकिन किसी भी योजना में सूचना पट्ट नहीं लगाया जा रहा है. इस वजह से निर्माणकार्य के दौरान ठेकेदारों द्वारा की जा रही अनियमितता की जानकारी आमलोगों को नहीं मिल पा रही है. मामले में संबंधित कनीय अभियंता का कहना है कि योजना में सूचना पट्ट का कोई प्रावधान ही नहीं है. ऐसे में यही आशंका जतायी जा रही है कि विभाग ने सोची समझी नीति के तहत सूचना पट्ट का प्रावधान हटा दिया है. ताकि ठेकेदार निर्माण कार्य में अपनी मनमर्जी कर सके. ऐसा ही एक मामला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खजूराहा का सामने आया है. जिसके ठेकेदार पूर्व जिला पार्षद मोहन सिंह है. उन्हें विद्यालय में कुल 13 लाख रुपये में 412 फीट चाहरदीवारी का निर्माण करना था. जिसमें करीब आठ फीट पर एक पीलर अर्थात 51 पीलर खड़ा करना था. लेकिन मात्र 40 पीलर खड़ा किया गया. जिसमें घटिया मैटल चिप्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. जाहिर है प्राक्कलन से कम पीलर देने से चाहरदीवारी कमजोर हो जायेगी. घटिया मैटल चिप्स व प्राक्कलन से कम पीलर दिए जाने पर स्थानीय ग्रामीण व विद्यालय प्रबंधक ठेकेदार के क्रियाकलापों से आक्रोशित है. इस बाबत सर्व शिक्षा के कनीय अभियंता अनिल कुमार ने कहा कि निर्माण स्थल पर ठेकेदार द्वारा गिराया गया घटिया मैटल चिप्स हटाया जा रहा है तथा 51 की जगह मात्र 40 पीलर खड़ा करने की वजह से ठेकेदार को अब 412 की जगह 430 फीट चाहरदिवारी का निर्माण करना होगा.
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