सात पंचायतों में से दो पंचायतों में ही बन रहा पंचायत सरकार भवन, चार पंचायतों में हो रही जमीन की तालाश बनमा ईटहरी . प्रखंड के घोड़दौड़ व जमालनगर पंचायत में पंचायत सरकार भवन निर्माण के कार्य को पांच वर्ष पूरा होने वाला है. लेकिन अब तक पूरा भवन नहीं बन सका है. विभागीय शिथिलता के कारण संवेदक को समय समय पर पैसे आवंटन नहीं मिलने के कारण यह दुर्दशा बनी हुई है. जिस कारण यहां के स्थानीय लोगों को जाति, आय, आवासीय सहित अन्य जरूरी काम के लिए प्रखंड मुख्यालय पर ही निर्भर रहना पड़ता है. जबकि बिहार सरकार ने पंचायत में ही यह सारी सुविधाएं लोगों को मिले इसके लिए पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य प्रारंभ कराया है. घौड़दोड़ व जमालनगर में भवन के दूसरे तल की भी छत ढ़लाई हो गयी है. लेकिन अभी और काम बचा हुआ है. यू कहें कि इन्हें पूर्ण होने में अभी और दो साल लग सकते हैं. जानकारी हो कि भवन के बन जाने से प्रखंड मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. जाति, आय, आवासीय सहित विभिन्न प्रकार की सुविधाएं पंचायत सरकार भवन के माध्यम से ही लोगों को मिलेगी. इतना ही नहीं प्रखंड मुख्यालय में जिस तरह कर्मी पहुंचते हैं ठीक उसी समय सारणी से पंचायत सरकार भवन में भी कर्मी की तैनाती होगी व सभी कार्य संपादित किए जायेंगे. कब हुआ था निर्माण प्रारंभ मालूम हो कि जमाल नगर पंचायत के परसबन्नी गांव के चांदनी चौक पर पंचायत सरकार भवन 2020 में ही पूर्व मुखिया रेणु देवी के कार्यकाल में शिलान्यास हुआ था. इसमें कुल प्राक्कलित राशि एक करोड़ 22 लाख सात हजार की लागत से भवन निर्माण कार्य पूर्ण होना था. पहले किस्त में कुर्सी, दूसरे में लिंटर व तीसरे में ढलाई पूर्ण करना है. अधिकारियों के दाव पेच के कारण राशि समय से आवंटित नहीं की गयी. जिस कारण कार्य में विलंब हुई. वहीं घोड़दौड़ पंचायत में भी 2020 में ही तकरीबन एक करोड़ 24 लाख 25 हजार रुपए की लागत से पूर्व मुखिया राजकुमार रंजन के कार्यकाल में निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ जो अब तक निर्माणाधीन है. भवन में विभिन्न प्रकार के जनप्रतिनिधियों के रुम नव निर्मित पंचायत सरकार भवन में मुखिया, पंचायत सचिव, सरपंच, उप सरपंच, स्टोर रुम, ऑफिस रुम, सीएचसी ब्लॉक, लीविंग ब्लॉक, कोर्ट रुम शामिल है. हालांकि अभी भी कुछ समय पंचायत सरकार भवन के बनने में लगेंगे. दो मंजिला इमारत दोनों जगहों पर बनना है. चार पंचायतों में जमीन चिह्नित का कार्य जारी प्रखंड क्षेत्र के सहुरिया, महारस, रसलपुर एवं सरबेला पंचायतों में जमीन चिन्हित का कार्य मुखिया के माध्यम से जारी है. जमीन चिन्हित होने के बाद अंचलाधिकारी के माध्यम से एनओसी मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा.
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