प्रशांत किशोर व बीपीएससी अभ्यर्थियों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई निंदनीय
जन सुराज पार्टी जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव की अध्यक्षता व जनसुराज विचार मंच जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर की उपस्थिति में बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जनसुराज पार्टी के कोर कमेटी सदस्य डॉ विजय शंकर ने पटना में पार्टी के नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ हुई कार्रवाई की कड़ी निंदा की.
जन सुराज बिहार के युवाओं के लिए सत्याग्रह रहेगा जारी, प्रतिनिधि, सहरसा. जन सुराज पार्टी जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव की अध्यक्षता व जनसुराज विचार मंच जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर की उपस्थिति में बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जनसुराज पार्टी के कोर कमेटी सदस्य डॉ विजय शंकर ने पटना में पार्टी के नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ हुई कार्रवाई की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि आज के दिन राज्य के सभी 38 जिलों में प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से आम जनता को हकीकत बताने की पहल की गयी है. डॉ विजय शंकर ने कहा कि प्रशांत किशोर बीपीएससी छात्रों के समर्थन में उनकी मांगों को लेकर गांधी मैदान में शांतिपूर्ण तरीके से दो जनवरी से अनशन पर बैठे थे. छह जनवरी की सुबह पुलिस ने अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर, बीपीएससी छात्रों व अन्य समर्थकों को बलपूर्वक अनशन स्थल से हटाया व उन्हें गिरफ्तार कर लिया. लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना देश के हर नागरिक का मौलिक अधिकार है. जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने बताया कि जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर बीपीएससी परीक्षा में हुई धांधली व अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों के आंदोलन को समर्थन देते हुए सबसे पहले 29 दिसंबर को पटना के गांधी मैदान में छात्र संसद में शामिल हुए थे. प्रशांत किशोर छात्रों के प्रतिनिधिमंडल व हजारों छात्रों के साथ इस मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. संगठन महासचिव नवल किशोर सिंह ने कहा कि सरकार ने बीपीएससी छात्रों की मांगें नहीं मानी. इसी के विरोध में दो जनवरी से प्रशांत किशोर छात्रों के साथ पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे आमरण अनशन पर बैठ गये. प्रशांत जी को पूरे बिहार से मिल रहे इस व्यापक समर्थन से घबरा कर नीतीश व भाजपा की सरकार ने एक बार फिर कायरता दिखाई व छह जनवरी को प्रशांत किशोर सहित सभी अनशनकारियों को जबरन उठाकर ले गयी व गिरफ्तार कर उनके ऊपर एफआइआर कर दिया. प्रशांत किशोर का आमरण अनशन अस्पताल में भी जारी है. जिला युवा अध्यक्ष सोहन झा ने कहा कि छात्रों व आमलोगों ने इस पुलिसिया कार्रवाई का भारी विरोध किया. हजारों की संख्या में लोगों ने पटना में सड़क पर उतरकर प्रशांत किशोर व अन्य लोगों की गिरफ्तारी का विरोध किया. जिला संजोयक कुमार अमृतराज ने कहा कि सात जनवरी की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उन्हें आइसीयू में शिफ्ट किया गया. उन्होंने कुछ खाने से इंकार कर दिया है व अस्पताल में भी अनशन जारी रखा है. कार्यालय प्रभारी विमल कांत झा ने कहा कि गांधी मूर्ति के निकट छात्रों ने लोकतांत्रिक हक के लिए आंदोलन किया. जिस पर लाठी चार्ज किया गया. फोटो – सहरसा 10 – प्रेस वार्ता करते नेता.
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