बासडीह की जमीन उपलब्ध नहीं मिलने पर महादलित परिवारों ने जाहिर की नाराजगी
बासडीह की जमीन उपलब्ध नहीं मिलने पर महादलित परिवारों ने जाहिर की नाराजगी
पतरघट. पस्तपार थाना क्षेत्र अंतर्गत जीरबा नहर पर लंबे अर्से से नहर पर घर बनाकर बसे दर्जनों महादलित परिवारों ने सरकारी स्तर से अब तक बासडीह की जमीन उपलब्ध नहीं करवाए जाने को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. महादलित परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह सभी पूर्व से बासडीह की जमीन के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते काफी परेशान हो गये हैं. लेकिन उन लोगों की समस्या को अब तक किसी भी अधिकारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया है. उक्त महादलित परिवार के सदस्यों ने अपनी समस्या की समाधान के लिए बीते 9 जनवरी को जिला पदाधिकारी से मिलकर आवेदन दिया था. जिसमें उन सभी की मांगों को पूरा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना देने की बात कही थी. सोमवार को जीरबा नहर पर बसे दर्जनों महादलित परिवार के सदस्यों ने एकत्रित होते आक्रोश जाहिर करते कहा कि सरकार द्वारा भूमिहीन महादलित परिवार का बासडीह के लिए जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की गयी थी. जिसका लाभ उन लोगों तक नहीं पहुंचने के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है. जीरवा नहर पर बसे दयन देवी, रबिया देवी, गीता देवी, मीना देवी, सीता देवी, रोहित सादा, मोना देवी, सोमानी देवी, निर्मला देवी सहित कई अन्य ने कहा कि उन लोगों को आज तक सिर्फ जमीन उपलब्ध कराने का भरोसा दिया गया. लेकिन आज तक जमीन उपलब्ध नहीं करायी गयी. उन लोगों ने कहा कि 21 जनवरी तक उन लोगों का समस्या का समाधान नहीं होने पर धरना देंगे तथा 23 जनवरी को मुख्यमंत्री के सहरसा आगमन पर मिलकर अपनी मांग रखेंगे. इस बाबत अंचल अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि रविवार को खुद पस्तपार के जीरवा नहर पर जाकर महादलित परिवार की समस्या को गंभीरता से सुना तथा अविलंब समाधान किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि भूमिहीन महादलित परिवार को चिन्हित कर जमीन उपलब्ध कराने की दिशा में उनके स्तर से कार्रवाई की जा रही है.
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