बरसात में बच्चों को दे, हेल्दी लंच बॉक्स प्रतिनिधि, सिमरी बख्तियारपुर बच्चे खाने-पीने को लेकर बेहद चूजी होते हैं. टिफिन को लेकर उनके ढेर सारे नखरे होते हैं. अक्सर मां के लिए बच्चों की उनकी पसंद के खाने को हेल्दी बनाना एक टास्क जैसा होता है. बदलते मौसम में खासकर बरसात में लंच बॉक्स को हेल्दी और टेस्टी होना जरूरी है, ताकि बच्चे उसे चाव से खा सकें. अक्सर स्कूल और पढ़ाई का बोझ बच्चों को जल्दी थका देता है. ऐसे में बच्चों को स्वस्थ रखने और उनमें ऊर्जा बनाये रखने के लिए जरूरी है कि उनका लंच बॉक्स संतुलित आहार से भरपूर हो. पैरेंट्स को होना होगा सजग बारिश के मौसम में बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए उनके खान-पान पर अभिभावकों को खास ख्याल रखने की जरूरत है. खासकर स्कूली बच्चों को टिफिन देते समय अभिभावक इस बात का ख्याल रखें कि उन्हें ऐसा खाना दें, जो हेल्दी होने के साथ-साथ डाइजेस्टिव भी हो. बारिश के मौसम में बीमार होने का खतरा सबसे अधिक होता है. इस मौसम में बच्चों को बाहर का खाना, जंक फूड, फास्ट फूड से दूर रखते हुए उन्हें मौसमी सब्जी, पराठा, सैंडविच और एक फल को टिफिन में जरूर रखें. जिले के विभिन्न स्कूलों की ओर से अभिभावकों को बच्चों को बरसात के समय कैसा लंच देना है, इसकी जानकारी व बच्चों को रेनकोट और छतरी भी रखने की सलाह दी गयी है. वहीं बारिश के पानी में बच्चे भींगे नहीं, इसके लिए बारिश होने पर क्लास में ही लंच करने की व्यवस्था की गयी है. स्कूल प्रबंधकों का भी कहना है कि जूनियर विंग के बच्चों का लंच क्लास टीचर हमेशा चेक करती हैं. अगर लंच से संबंधित कुछ बताना हो, तो अभिभावकों से वो संपर्क भी करते हैं. डॉक्टर के मुताबिक.. सहरसा शहर के जाने – माने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अनुपम दत्त कहते है कि वैसे तो बरसात का मौसम किसी को भी बीमार कर सकता है, लेकिन छोटे बच्चों और स्कूल जाने वाले बच्चों पर खास ध्यान देने की जरूरत है. बच्चों को पूरे कपड़े पहनाये. साथ ही विटामिन और मिनरल्स से युक्त खाना परोसे. डॉ के मुताबिक चूंकि बारिश के मौसम में पेट संबंधी परेशानी बढ़ जाती है इसलिए ताजा भोजन खाये. बासी भोजन नहीं खायें या खिलायें. छोटे बच्चों को पानी उबाल कर ठंडा कर पिलायें. मैदे के बजाय सूजी-आटा और मोटा अनाज से बनी बीजों के विकल्पों को प्राथमिकता दें. हरी चपाती या पूरियां, चुकंदर के लाल रंग से बने आइटम से बच्चों को कलरफुल लंच दे सकते है. कभी साबूदाना का उपमा भी दे सकते हैं. इसे करे फॉलो.. ब्रेकफास्ट – बारिश में बच्चे ही नहीं बड़ों को भी तला भूना खाने को मन करता है, लेकिन स्वस्थ रहने के लिए इससे हर उम्र के लोगों को बचना चाहिए. बच्चों का नाश्ते में आप हेल्दी फूड के साथ दिन की शुरुआत करें. आप उन्हें पोहा, ओट्स, दलिया, साबूदाना, उपमा, इडली, सूखे टोस्ट या पराठे दे सकते है. टिफिन – इस बरसत के मौसम में यह जरूर ध्यान रखें कि बच्चा जब स्कूल जा रहा है, तो उसका टिफिन हेल्दी और टेस्टी हो. उसके टिफिन बॉक्स में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स अच्छी तरह शामिल हो, ऐसी रेसिपी बनाकर दे. लंच – बारिश के मौसम में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. खाना जल्दी नहीं पचता है. ऐसे में बच्चों का लंच लाइट ही रखने की कोशिश करें. मूंग-मसूर की दाल, हरी सब्जी, रोटी और सलाद जरूर खाने की कहें. बाहर का खाना और खासकर पिज्जा बर्गर से दूर ही रखें. डिनर – बरसात के मौसम मे स्वस्थ रहने के लिए हल्का डिनर करने की सलाह दी जाती है. बच्चे को जितना खाने का मन ही उतना हो उतना ही खाना खिलाये, जबरदस्ती ना करें. रात में सोते वक्त एक ग्लास दूध जरूर दें. जरूरत पड़ने पर हल्दी वाला दूध भी दे सकते है. इससे गले की समस्या या किसी भी तरह का इंफेक्शन नहीं होगा. स्कूल ने दी सलाह.. सभी क्लास के बच्चों के क्लास टीचर रेगुलर टिफिन चेक करते हैं. अगर किसी बच्चे की टिफिन में जंक फूड या फिर नूडल्स आदि होते है तो अभिभावकों को हेल्दी फूड देने की सलाह दी जाती है. प्रमोद भगत, टैगोर पब्लिक स्कूल अभिभावकों को पहले ही बताया गया है कि जंक फूड टिफिन में नहीं देना है. साथ ही मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थो पर फोकस करने की बात कही गयी है. अभिभावक लंच बॉक्स में घर के बने ऐसे नाश्ते दे जो पौष्टिक और सुपाच्य हो. सुमित गुप्ता, दी ग्रीन प्लेनेट स्कूल फोटो – सहरसा 11 – टिफिन फोटो – सहरसा 12 – डॉ अनुपम दत्त फोटो – सहरसा 13 – दी ग्रीन प्लेनेट स्कूल में लंच करते बच्चे
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