जीवन में ध्यान व प्रार्थना जरूरी है : आचार्य
महर्षि मेंहीं हृदय धाम के स्थापना दिवस पर हुआ दो दिवसीय पक्ष ध्यान साधना शिविर
सहरसा. जिले के सौरबाजार प्रखंड के संत साही नगर चंदौर स्थित महर्षि मेंहीं हृदय धाम के स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार को दो दिवसीय पक्ष ध्यान साधना शिविर का संतमत सत्संग का वार्षिक अधिवेशन के साथ समापन हो गया. पिछले नौ दिसंबर से 23 दिसंबर तक आश्रम परिसर में चलने वाले इस शिविर में स्वामी अनुभवानंद बाबा एवं स्वामी ज्ञानी बाबा के सानिध्य में सैकड़ों श्रद्धालु ने भाग लिया. 15 दिवसीय ध्यान शिविर के समापन अवसर पर 24 एवं 25 दिसंबर को आयोजित संतमत सत्संग का दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन के अंतिम दिन संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हृदय स्वरूप संतमत के प्रधान आचार्य पूज्यपाद चतुरानंद स्वामी जी महाराज ने अपने अमृत वाणी से सैकड़ों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित करते कहा कि सुख-दुःख का भोग आत्मा है. जिस दिन परमात्मा की दृष्टि पर जायेगी उस दिन जीवन धन्य हो जायेगा. इसके लिए सतत ध्यान-प्रार्थना करने की आवश्यकता है. इस अवसर पर अन्य साधू-संतों ने भी अपने मुखारविंद से श्रद्धालुओं को अमृत पान कराया एवं ग्रंथ पाठ, भजन-कीर्तन व सद्गुरु महाप्रसाद का आयोजन किया गया. आश्रम संस्थापक स्वामी अनुभवानंद जी महाराज एवं व्यवस्थापक ज्ञानी बाबा के कुशल सानिध्य में आयोजन को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराया गया. मीडिया प्रभारी चंदन वर्मा ने जानकारी देते कहा कि अधिवेशन स्थल पर प्रसिद्ध चिकित्सक सुनील कुमार पुष्पम एवं बबन कुमार सिंह द्वारा निःशुल्क शिविर लगा कर लोगों का स्वास्थ्य जांच कर दवाई दी.
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