राष्ट्रीय लोक अदालत 13 जुलाई को, हो रही तैयारी
हो रही तैयारी
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जागरूकता वाहन रथ किया रवाना सहरसा व्यवहार न्यायालय में आगामी 13 जुलाई को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के मद्देनजर आम लोगों के बीच कार्यक्रम का प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से बुधवार को सिविल कोर्ट परिसर से जागरूकता वाहन रथ निकाला गया. जिसे जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष गोपाल जी, जिला विधि सेवा प्राधिकार के सचिव अभिमन्यु कुमार, अपर जिला सत्र न्यायाधीश द्वितीय संतोष कुमार, विशेष न्यायाधीश कृष्ण कुमार चौधरी, एडीजे चतुर्थ नितेश कुमार, एडीजे पंचम ब्रजेश कुमार सिंह, सीजेएम अश्विनी कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जिसके द्वारा दूर दराज के गांव मोहल्ले तक जाकर लोगों को राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता तथा इससे होने वाले फायदे के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी. इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश गोपाल जी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत सस्ता न्याय पाने का सबसे आसान तरीका है. इसमें दोनों पक्ष में से किसी की भी हार जीत नहीं होती है. किसी भी पक्षकार को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है तथा दोनों पक्षकारों के आपसी सहमति समझौता के आधार पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में वादों का निपटारा किया जाता है. राष्ट्रीय लोक अदालत का फैसला अंतिम फैसला होता है तथा इसकी अपील भी नहीं होती है. डीएलएसए सचिव अभिमन्यु कुमार ने कहा कि जिन पक्षकारों को लोक अदालत की ओर से नोटिस नहीं भी मिला हो और वे अपने वादों का निष्पादन करना चाहते हो तो वह लोक अदालत में आकर निर्धारित काउंटर से संपर्क कर अपनी समस्या का निपटारा करवा सकते हैं. मौके पर न्यायिक पदाधिकारी के अलावा न्यायिक दंडाधिकारी अफजल खान, अंजिता सिंह, रोहित, अमृतांशु, अभिनव कुमार, निखिल चंद्रा, मुंसिफ शिव श्रुतिका एवं न्यायालय कर्मी निसार अहमद, पवन कुमार, निखिल कुमार, सूरज कुमार एवं अन्य मौजूद रहे.
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