मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री को किया पत्र प्रेषित प्रतिनिधि, सहरसा मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा को लेकर एआइसीसी सदस्य सह प्रदेश महासचिव डॉ तारानंद सादा ने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है. उन्होंने कहा कि प्रगति यात्रा महज एक चुनावी यात्रा बनकर रह गया है. पूरा सरकारी तंत्र, अधिकारी, जीविका दीदी का उपयोग आगामी विधानसभा चुनावी प्रचार के लिए किया जा रहा है. आम जनता, किसान, मजदूर, बेरोजगारों, छात्र छात्राओं से इसका कहीं कोई जुड़ाव नहीं है. ना ही आप अपने लंबे शासनकाल के प्रगति की सच्चाई से रूबरू हो रहे हैं. आपका कार्यक्रम चयनित पंचायत में होता है. जिसे सरकारी महकमा महीनों दिन रात एक कर कुछ क्षण के लिए बदल देते हैं. आपके जाते ही वही बदहाल हालात हो जाती है. जो राज्य के अन्य गांव एवं पंचायत का है. कभी बिन बताये किसी गांव की प्रगति से रूबरू होने का कष्ट करें. पता चलेगा की आपके सात निश्चय, हर घर नल जल योजना, नली गली योजना, स्वयं सहायता समूह, शिक्षा, स्वास्थ्य का क्या हाल है. किसानों को खाद बीज मनमानी कीमत पर मिल रहा है. कृषि इनपुट के नाम पर सरकारी कर्मी किसानों का आर्थिक दोहन कर रहे हैं. आम लोगों से रूबरू होते तो पता चलता ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है. आपके एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राजस्व मंत्री की स्वीकृति व चेतावनी के बावजूद बिजली कंपनी, स्मार्ट मीटर, ब्लाॅक, अंचल से थाना तक केवल पैसों का खेल चलता है. दाखिल खारिज, थाना में केस लेने एवं विकास कार्य में लूट आपकी कमजोरी एवं असहायता को दर्शाता है. शासन प्रशासन के नाक के नीचे नशीली दवाई, शराब का कारोबार से अनेकों नौजवानों की मौत हो रही है. हर चुनाव में कोसी इलाके से आपको भरपूर जन समर्थन मिला है. फिर भी यहां की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है. सहरसा में प्रस्तावित एम्स तो नहीं मिला. आपके घोषणा के बावजूद सहरसा मेडिकल काॅलेज की नींव भी नहीं पड़ी. बैजनाथपुर पेपर मिल की जमीन को बेचा जा रहा है. कोसी के हृदय स्थली सहरसा आज तक रेल ओवरब्रिज की आश ही देख रही है. केंद्र व राज्य के डबल इंजन की सरकार की खेल में जनता पीस रही है. इस ओवरब्रिज निर्माण कार्य को शुरू कराया जाए. स्थानीय जनप्रतिनिधि जात धर्म के नाम पर वोट लेकर जनता के मूल मुद्दे पर ध्यान नहीं देते ना आपका दिलाते हैं. कोसी क्षेत्र में बेरोजगारी व पलायन रोकने के लिए उद्योग विहीन इस इलाके में कोई उद्योग लगाया जाये. महिलाओं के विकास की बड़ी बड़ी बाते बेमानी लग रही है. जीविका दीदी, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, रसोईया का मानदेय बढ़ोतरी की मांग अनसुनी कर रहे हैं एवं लाठियां बरसाई जाती है. बिहार प्रदेश कांग्रेस पार्टी इन लोगों को निश्चित मानदेय बढ़ोतरी की मांग करती है. उन्होंने विचार कर समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाकर सहरसा के जनता को राहत देने का आग्रह किया. फोटो – सहरसा 05 – डॉ तारानंद सादा
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