विद्युत विभाग का मना 12वां स्थापना दिवस सहरसा. विद्युत आपूर्ति अंचल प्रांगण में विद्युत विभाग का 12वां स्थापना दिवस शुक्रवार को मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने की. विद्युत अधीक्षण अभियंता संतोष कुमार ने कहा कि बिहार राज्य विद्युत बोर्ड से कंपनी एक्ट के तहत पांच इकाईयों में गठन नवंबर 2012 को की गयी थी. जिसके उपलक्ष्य में हम सभी प्रत्येक वर्ष एक नवंबर स्थापना दिवस के रूप में मनाते हैं. मुख्यमंत्री के सात निश्चय पार्ट एक के तहत हर घर बिजली योजना की शुरूआत की गयी है. योजना से उन सभी परिवारों को काफी मदद मिली है, जो बिजली से वंचित थे. विद्युत कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने बताया कि बीआरजीएफ, आईपीडीएस, आरडीएसएस आदि योजना के तहत सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के नग्न तारों को केबलिंग में परिवर्तित की गयी है. शेष बचे गांवों की केबलिंग करायी जा रही है. जिससे विद्युत ऊर्जा की हानि को कम किया जा सके. नग्न तारों को केबलिंग में परिवर्तित करना सुरक्षा के दृष्टिगत है. जिससे सभी उपभोक्ताओं तक निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति पहुंचाई जा सके. विद्युत विभाग के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के अथक प्रयास से निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति बहाल की जा रही है. जिसके फलाफल से ग्रामीण क्षेत्रों में 20 से 22 घंटे एवं शहरी क्षेत्रों में 23 से 24 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है. लो-वॉल्टेज की समस्या से निबटने के लिए उच्च क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर लगाया जा रहा है. जिससे की उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो सके. मुख्यमंत्री विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना के तहत वर्ष 2024-25 के लिए राज्य सरकार ने 15343 करोड़ की वित्तीय सहायता दी है. इस योजना के तहत किसानों को कृषि सिंचाई के लिए निर्धारित दर 6.74 रुपया है. जिसमें बिहार सरकार द्वारा अनुदान के रूप में 6.19 रुपया दे रही है. सभी कृषकों के लिए मात्र 55 पैसा प्रति यूनिट की दर से विद्युत विपत्र के मद में देय राशि निर्धारित की गयी है. स्थापना दिवस मौके पर सहायक विद्युत अभियंता शहरी राजेश प्रियदर्शी, लेखा पदाधिकारी राकेश कुमार, सहायक विद्युत अभियंता बिजेंद्र कुमार ग्रामीण, सहायक विद्युत अभियंता सौरबाजार सुशील कुमार, सभी कनीय अभियंता, कर्मचारी मौजूद थे.
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