डीएओ की अध्यक्षता में मोटे अनाज को लेकर कृषि कर्मियों को दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण
खरीफ लक्ष्य, गरमा आच्छादन दो दिनों के अंदर अद्यतन करने के लिए किया निदेशित
जिला कृषि पदाधिकारी की अध्यक्षता में बुधवार को जिला के अंदर प्रसार कर्मियों का खरीफ मक्का एवं मोटे अनाज की खेती विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रेक्षागृह में आयोजित की गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचंद शर्मा, सहायक निदेशक उद्यान शैलेंद्र कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सदर ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर आनंद कुमार चौधरी, जिला परामर्शी जिला कृषि कार्यालय डॉ मनोज सिंह, सहायक निदेशक रसायन अमितेश कुमार, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण नवीन कुमार नवनीत, उप परियोजना निदेशक आत्मा राजेश कुमार, सहायक निदेशक शष्य ऋषिरंजन, सह निदेशक क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर डॉ डीके महतो, डॉ डीके चौधरी एवं डॉ रामानंद पटेल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम में डॉ डीके चौधरी ने खरीफ मक्का एवं मोटे अनाज पर विस्तृत जानकारी सभी संबंधित प्रसार कार्यकर्ता, कृषि समन्वयक, एटीएम, बीटीएम, किसान सलाहकार को दी. कार्यक्रम में डॉ रामानंद पटेल ने मौसम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. कार्यक्रम में डॉ डीके महतो ने बताया कि आज स्वास्थ्य मुख्य मुद्दा बन चुका है एवं यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है. मिलेट्स के सेवन से हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है. मिलेट्स एक प्रकार का अनाज होता है. यह गेहूं, चावल एवं जौ के समान ही होते है, इनमें अनाजों के मुकाबले अधिक पोषण एवं स्वास्थ्य लाभ होते हैं. यह वजन नियंत्रण, हृदय का स्वास्थ्य, मधुमेह प्रबंधन एवं कैंसर प्रतिरोधता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष खरीफ में अरहर प्रत्यक्षण, अंर्तवर्ती फसल प्रत्यक्षण, संकर मक्का प्रत्यक्षण, ज्वार प्रत्यक्षण, बाजरा प्रत्यक्षण, रागी प्रत्यक्षण एवं चीना, सावा, कोदो, कंगनी, कुटकी के लिए कुल 146 कलस्टर बनाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. जिसे सभी संबंधित प्रखंड, पंचायतों को उपावंटित किया गया है. एक किसान अधिकतम दो एकड़ तक का लाभ ले सकते हैं. सभी संबंधितों को निदेशित किया गया कि प्रत्येक कलस्टर में आने वाले किसानों की सूची 18 मई तक कार्यालय में संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी के माध्यम से जमा करा दें. उन्होंने बिहान एप में खरीफ लक्ष्य, गरमा आच्छादन दो दिनों के अंदर अद्यतन करने के लिए निदेशित किया. साथ ही एक सप्ताह के अंदर डिजिटल क्रॉप सर्वे, बीज उत्पादकता सुधार, यांत्रीकरण आवेदन निष्पादन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत भौतिक सत्यापन एवं ईकेवाईसी शत-प्रतिशत पूर्ण करने का निदेश दिया. वर्तमान में हरी चादर योजना के तहत ढैंचा बीज का वितरण किया जा रहा है. जिला ढैंचा बीज वितरण में राज्य में चौथे स्थान पर है. उन्होंने सभी क्षेत्रीय कर्मियों को दो दिनों के अंदर शत-प्रतिशत बीज वितरण करने का निदेश दिया. सहायक निदेशक, रसायन ने मिट्टी नमूना संग्रहण एवं प्रयोगशाला में मिट्टी जमा करने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. सहायक निदेशक उद्यान ने पंचायतवार मखाना सर्वे के संबंध में जानकारी दी. सहायक निदेशक पौधा सरंक्षण ने पौधा संरक्षण से संबंधित चलायी जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. प्रशिक्षण सह समीक्षात्मक बैठक में सभी किसान सलाहकार, एटीएम, बीटीएम, कृषि समन्वयक, सभी प्रखंड उद्यान पदाधिकारी, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, आयुष झा, अविनाश कुमार, अमित कुमार, पंकज कुमार, माधवानंद, मो इरशाद आलम सहित अन्य ने भाग लिया. धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही प्रशिक्षण सह समीक्षात्मक बैठक समाप्त की गयी.
फोटो – सहरसा 20- प्रशिक्षण में मौजूद अधिकारी व कृषि वैज्ञानिक
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