एक दिन की बारिश से शहर के सभी वार्डों में बनी है जल-जमाव की स्थिति
एक दिन की बारिश से शहर के सभी वार्डों में बनी है जल-जमाव की स्थिति
कहीं नहीं दिख रही निगम की तैयारी, भगवान भरोसे ही हैं शहरवासी, परेशान किसानों के चेहरे पर आयी खुशी सहरसा . मानसून की पहली बारिश से जहां किसानों में उत्साह दिख रहा है. वहीं शहरी क्षेत्र के लोग जल-जमाव की समस्या झेलने को विवश हैं. हालांकि मॉनसून के देरी से आने व सामान्य बारिश से किसानों को लाभ पहुंचा है. लेकिन शहरवासियों के लिए यह परेशानी का सबब बन गया है. शुक्रवार की अहले सुबह हुई झमाझम बारिश ने जल-जमाव की समस्या उत्पन्न कर दी है. इसके बाद नगर निगम की तैयारी का लाभ लगभग 36 घंटे बीतने के बाद भी आम लोगों को नसीब नहीं हो सका है. निगम वासी पूर्व की तरह ही भगवान भरोसे छोड़ दिए गये हैं. गनीमत रही कि शुक्रवार की सुबह बारिश के बाद मॉनसून थम गया है व फिर से बारिश नहीं हुई है. इस बारिश से किसानों को जीवनदान मिला है. इस वर्ष माॅनसून की अभी तक नाम मात्र की बारिश जिले में हुई है. जबकि पूरी बारिश अभी बाकी है. कागजों पर दिखायी गयी निगम की तैयारी के लाभ से लोग वंचित हैं. लगभग सभी वार्डों में जल-जमाव है. लोग परेशान हो रहे हैं. वहीं फिर से धूप खिलने से तापमान में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. गर्मी से लोगों को निजात नहीं मिली है. पिछले दो दिनों में लगभग एक सौ एमएम बारिश रिकार्ड की गयी है. जबकि मौसम विभाग ने 26 जून तक मॉनसून की बारिश होने की संभावना व्यक्त की है. वहीं 24 जून से 26 जून तक मध्यम से तेज बारिश की संभावना जतायी है. अगवानपुर कृषि महाविद्यालय के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अगले दो दिनों के बाद मध्यम से तेज बारिश एवं वज्रपात की संभावना है. उन्होंने इस दौरान किसानों को भी कृषि कार्य के दौरान अपने खेत पर जाने में सतर्कता बरतने की अपील की. जिससे जानमाल की रक्षा हो सके. निगम की उपेक्षा का शिकार रहा है शहर शहरी क्षेत्र में जल-जमाव का मुख्य कारण नगर निगम की लगातार उपेक्षा रहा है. पिछले दस वर्षों से अधिक समय से शहरी क्षेत्र जल जमाव से ग्रसित हो रहा है. लेकिन इसके निराकरण पर कभी ध्यान नहीं दिया गया. जल जमाव के बाद सिर्फ खानापूर्ति होती रही. जल जमाव के समाधान के लिए कोइ कारगर कदम भी निगम द्वारा नहीं उठाया गया. मॉनसून के समय सिर्फ कागजी खानापूर्ति की गयी. लोगों को सिर्फ आश्वासन मिलता रहा. जिससे दिनों दिन हालत खराब होते गये. अब हालात बदतर हो रहे हैं. निगम की तैयारी बारिश के आगे कहीं नहीं टिक रही है. जबकि इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जतायी गयी है. थोडी बारिश में ही एक बार फिर से लगभग सभी वार्डों में जल जमाव से लोगों का जीवन मुहाल हो रहा है. सड़कों की कौन कहे घरों तक में पानी प्रवेश होने लगा है. लगभग सभी वार्ड में है जल जमाव की स्थिति शहरी क्षेत्र के लगभग सभी वार्डो में जल-जमाव की स्थिति है. शहर के मुख्य सड़क से लेकर सभी वार्डों में जल जमाव पूर्व से ही होता आ रहा है. शहरी क्षेत्र के शिवपुरी, नया बजार, गांधी पथ, रिफ्यूजी कॉलोनी, कोसी काॅलोनी, गंगजला, गौतम नगर, पंचवटी चौक, बटराहा, अली नगर, मीर टोला, महावीर चौक, हटिया गाछी, तिवारी टोला, सहरसा बस्ती सहित कई अन्य वार्डों में जल जमाव की समस्या खडी हो गयी है. थोडी सी बारिश ने ही लोगों का घरों से निकलना कठिन कर दिया है. अब जबकि मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जतायी है. ऐसे में एक बार फिर से शहर के अधिकांश वार्ड जल जमाव की चपेट में होंगे. लोगों को अब इसका भय सता रहा है. फोटो – सहरसा 01 – हरि निवास नया बाजार में जल-जमाव . फोटो – सहरसा 02 – महाराणा प्रताप चौक पर जल-जमाव.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है