20 लड़कियों का कराया सामुहिक विवाह, घरेलू उपहार के साथ किया विदा
20 लड़कियों का कराया सामुहिक विवाह, घरेलू उपहार के साथ किया विदा
आपसी रजामंदी से सामाजिक संगठन उलमा व आईम्मा फॉउंडेशन ने कराया विवाह,पीछले तीन वर्षों से फॉउंडेशन कर रहा आयोजन, पिछले वर्ष करायी 11 शादी सहरसा . समाज में आज पाश्चात सभ्यता इस कदर हावी हो चुकी है कि युवक व युवतियों की शादी अभिभावकों के लिए एक बडी समस्या खड़ी कर दी है. उसपर बढ़ते दहेज की मांग से बेटियों के पिता को बेटी के जन्म लेते ही समस्याओं की झलक दिखने लगती है. ऐसे में आज कुछ समाजसेवी संगठन अभिभावकों के बढ़ते परेशानी को देखते इसके समाधान के लिए आगे आने लगे हैं. संगठन वैसे अभिभावक जो काफी कमजोर व लाचार हैं उनके बालिग युवा व युवतियों की सामूहिक विवाह के माध्यम से अपने खर्च पर एक यादगार शादी कराने का कार्य संपन्न करा रहे हैं. जिससे व्यस्क होते बच्चों के गरीब परिवारों को बड़ी राहत मिल रही है. हालांकि ऐसा अभी भी काफी कम दिख रहा है. लेकिन इसकी शुरुआत हो चुकी है तो आगे भी इससे लोग जुड़ेंगे और यह अभिभावकों के लिए बड़ी राहत होगी. ऐसा ही रविवार को नगर निगम क्षेत्र के रिफ्यूजी चौक स्थित रॉयल बैंक्वेट हॉल में देखने को मिला. जहां सामाजिक संगठन उलमा व आईम्मा फॉउंडेशन सहरसा के सौजन्य से फॉउंडेशन ने अपने खर्च पर समुदाय के व्यस्क लगभग दो दर्जन लड़कियों की शादी बड़े धूमधाम से संपन्न करायी. साथ ही सभी लड़कियों को उपहार देकर उनके सुखी दामपत्य के लिए भेजा. सबसे खास रहा कि इन लड़़कियों के लिए योग्य वर की तलाश की गयी. जिसमें लड़कों के अभिभावकों ने भी अपनी रजामंदी दी. फॉउंडेशन द्वारा रविवार को बड़े ही धूमधाम से सामूहिक शादी समारोह का आयोजन किया गया. फॉउंडेशन के सदर मुफ्ती मंजूर आलम, नायब सदर अब्दुल समद रहमानी, सेक्रेटरी कारी नुरुल्लाह, नायब सेक्रेटरी कारी मुस्ताक, मौलाना मेराज, खजांची कारी मुस्तकीम, प्रवक्ता मुफ्ती नदीम, मौलाना नईमुद्दीन, मुफ्ती कलीमुल्लाह, मौलाना जहीर साहब, मौलाना आफताब, मौलाना अब्दुल वाहिद, मुफ्ती अब्दुल वहाब, कारी ईशा, मो अकरम अली, उप महापौर गुड्डू हयात, डॉ अब्दुल कलाम के मौजूदगी में यह आयोजन बृहद रूप से किया गया. उप महापौर गुड्डू हयात में बताया कि फाउंडेशन की ओर से पिछले तीन वर्षों से इस तरह का आयोजन किया जा रहा है. जिले वासियों के सहयोग से गरीब परिवारों के मुस्लिम लड़कियों की शादी कराई जा रही है. जिसमें फाउंडेशन की ओर से परिवार चलाने के लिए जरूरत के उपहार लड़कियों को दी जा रही है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 11 जोड़े लड़कियों की शादी कराई गयी. जबकि इस वर्ष 20 जोड़े लड़कियों की शादी कराई गयी है. इनमें महिषी प्रखंड के तीन, सत्तरकटैया प्रखंड के एक, कहरा प्रखंड के तीन, सौरबाजार प्रखंड के आठ, नगर निगम क्षेत्र के चार एवं सिमरी बख्तियारपुर के एक गरीब परिवार की लड़कियों की शादी बड़े ही धूमधाम से कराई गयी है. आपसी रजामंदी के साथ समारोह आयोजित कर विवाह संपन्न कराया गया है. उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रतिवर्ष आगे भी चलता रहेगा. जिससे गरीब परिवारों को राहत मिल सके. साथ ही बच्चियों को अच्छे परिवार में जाने का अवसर मिल सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है