सहरसा . अनुमंडल अग्निशमन विभाग द्वारा इन दिनों लगातार आग से सुरक्षा को लेकर जागरूक किया जा रहा है. सोमवार को नगर निगम क्षेत्र के कहरा कुटी वार्ड नंबर चार में मॉकड्रिल कराया गया. जबकि बटराहा वार्ड नंबर 42 में बैठक कराया गया व सुलिंदाबाद वार्ड नंबर एक में नुक्कड़ नाटक कराया गया. निगम क्षेत्र के पटेल मैदान में भी मॉकड्रिल कराया गया. जिसमें अग्निक चालक शैलेंद्र कुमार सिंह, अग्निक संतोष कुमार, अग्निक राहुल कुमार, अग्निक रंजीत मंडल ने अपना योगदान दिया. जानकारी देते सहायक अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी कन्हाई यादव ने बताया कि आग से सुरक्षा को लेकर आम लोगों को जानकारी दी जा रही है. इस दौरान उन्हें बताया जा रहा है कि घास फूस के झुग्गी झोपड़ी को बालु, मिट्टी व गोबर के मिश्रण का लेप लगाना आवश्यक है व छप्पर पर भी लेप लगा दें. एक झोपड़ी से दूसरे झोपड़ी की दूरी लगभग 20 फीट से अधिक रखें. बिजली के खुले तार के नीचे झोपड़ी का घर नहीं बनाएं. घर में हमेशा बालु, पानी, सुखी मिट्टी जमा रखें. खुले स्थान पर कुड़ा-कड़कट नहीं जलावें. दीप, लालटेन, ढीबरी का प्रयोग सावधानी से करें एवं सोते समय जलता नहीं छोड़ें. रोशनी के लिए बैटरी वाले संयंत्र इमरजेंसी लाईट का प्रयोग करें. रसोई घर में कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं रखें. जहां भोजन बनाया जाए उसके आसपास कोई सूखी जलावन नहीं रखें. खास कर गर्मियों के मौसम में हवा तेज होने से पूर्व खाना बना लें एवं रात्रि में सात बजे के बाद हवा शांत हो जाता है तब खाना बनाएं. मच्छर से बचने के लिए पशुघर में भूसा नहीं जलाएं. आवश्यकता हो तो पानी का उचित प्रबंध रखें. सिगरेट या बिड़ी को जलते हुए यत्र-तत्र नहीं फेंके. जिससे खतरा होने की संभावना रहती है. चूल्हे की राख को फेंकते समय ध्यान रखें कि उसमें कोई चिंगारी तो नहीं है. किसी जलते पदार्थ को बुझा कर ही सोएं. झोपड़ी के उपर शीशा का टुकड़ा नहीं रखें. भोजन बनाने के बाद चूल्हे में पानी डालकर बुझा दें. बिजली कनेक्शन के लिए गुणवत्ता वाले तारों का प्रयोग करें. गैस सिलेंडर लेते समय चेक का ले कि गैस लिकेज तो नहीं है. चूल्हे के इस्तेमाल के बाद रेगुलेटर से बंद करें. किचन में गैस की गंध आ रही हैं तो कोई भी बिजली या अन्य उपकरण का प्रयोग नहीं करें. गैस की गंध आने पर मोबाइल से बातचीत नहीं करें. इससे भी खतरा उत्पन्न हो सकता है. गैस की गंध आ रही है तो खिडकी दरवाजे को सावधानी पूर्वक खोलें. किचन में सूती कपड़ा हमेशा भिगोकर रखें एवं खाना बनाते समय सूती वस्त्र का इस्तेमाल करना चाहिए. ढीला ढ़ाला कपड़ा नहीं पहनना चाहिए. चूल्हे पर उबलते चाय, दूध को छोड़कर किचन से बाहर नहीं निकलें. रेगुलेटर पाइप को हमेशा चेक करते रहना चाहिए. अग्निशामक यंत्र दो केजी का अपने किचन के दरवाजे पर रखें. गैस पाइप समय समय पर बदलते रहना चाहिए. बिजली के उपकरण के इस्तेमाल के बाद हमेशा प्लग निकाल का रखें. एक साथ में ज्यादा बिजली के उपकरण का इस्तेमाल नहीं करें. मानक का पालन करने वाले तार प्लग या अन्य उपकरण का इस्तेमाल करना चाहिए.
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