अगले तीन दिनों तक ठंढ़ रहेगा जारी, दैनिक मजदूरों को रोजगार के पड़ रहे लाले सहरसा. मौसम के लगातार बदलते मिजाज से जिले में आम जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है. जनवरी के तीसरे सप्ताह में भी लगातार भीषण ठंढ़ से लोग परेशान हो चुके हैं. शाम होते ही सर्द हवाएं चलने लगती है जो लगातार ठंढ़ को बढ़ाने का काम कर रही है. गर्म कपड़े व अलाव भी इन सर्द हवाओं का सामना नहीं कर पा रहा है. बढ़ती ठंढ़ से गरीबों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है. सूर्य देवता के दर्शन नहीं होने से सुबह शाम का फर्क मिट गया है. झुग्गी झोपड़ियों, बस स्टैंड, स्टेशन के निकट गुजर करने वाले गरीब लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार सर्द हवाएं व ठंढ़ का प्रकोप अगले तीन दिनों तक जारी रहने की संभावना है. पिछले कई दिनों से जिले का तापमान कम रहने के कारण आम लोग परेशान हो रहे हैं. गेहूं की फसलों को ठंढ़ से लाभ मिल रहा है. लेकिन किसान खेत की पटवन ठंढ़ के कारण नहीं करा पा रहे हैं. ठंढ से परेशान जन जीवन पिछले चार से जिले में ठंढ़ के बढ़ने से जनजीवन थम गया है. गरीब से लेकर अमीर लोग भी बढ़ती ठंढ़ के कारण परेशानी झेलने को विवश हैं. घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. सड़कों पर आवाजाही कम हो गयी है. व्यापार पर भी इस ठंढ़ का असर पड़ा है. ठंढ़ के कारण पशु पक्षियों को भी चारे की परेशानी हो चली है. सदर अस्पताल में मरीजों के साथ परिजनों को भी बढ़ते ठंढ़ के कारण परेशानी झेलनी पड़़ रही है. सर्द हवाओं ने मौसम को पूरी तरह ठंढ़ में जकड़ लिया है. खासकर बस स्टैंड एवं स्टेशन पर पहुंचने वाले लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं. झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोग एवं दैनिक मजदूरों के आगे भोजन के भी लाले पड़ने लगे हैं. अगले तीन दिन मौसम रहेंगे सर्द मौसम का मिजाज अगले तीन दिनों तक इसी तरह बने रहने की संभावना व्यक्त की गयी है. जानकारी देते अगवानपुर कृषि महाविद्यालय के मौसम विभाग के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अधिकतम 17.1 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम नौ से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इस दौरान पछुआ हवा पांच से सात किलोमीटर प्रति घंटा चलने की संभावना है. मौसम शुष्क रहेगा. लेकिन हल्की से घना कोहरा होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि बढ़ती ठंढ़ से आलू में झुलसा लगने की संभावना है. इसके लिए किसान खेतों में छिड़काव कर आलू की फसल को झुलसे से बचाने का कार्य करें. वहीं 21 जनवरी से मौसम साफ रहने की संभावना है.
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