जिलाधिकारी ने मीडिया से बात कर जानकारी की साझा
सहरसा
कोसी में आए ऊफान के बाद डीएम वैभव चौधरी ने बुधवार को विकास भवन सभागार में प्रेस वार्ता कर बाढ पीड़ितों की सुरक्षा एवं बचाव कार्य को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोसी बराज से छह लाख 61 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जिले में तटबंध के अंदर भीषण बाढ की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. भीषण बाढ से जिले के 28 पंचायत के कुल 207800 की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई. जिला प्रशासन द्वारा कुल 37900 लोगों को बाढ प्रभावित क्षेत्र से निकाला गया. बाढ पीड़ितों के लिए दो सौ सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है. इसके अलावा सुखा राशन एवं फुड पैकेट लोगों को उपलब्ध कराया गया है. जरूरतमंदों को पॉलीथीन शीट उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोसी नदी में अत्यधिक डिस्चार्य होने के बाद नवहट्टा प्रखंड के हाटी, केदली, बकुनियां, सत्तौर, शाहपुर एवं नौला, महिषी प्रखंड का तेलवा पूर्वी, तेलवा पश्चिमी, आरापट्टी, झाड़ा,घोंघेपुर, ऐना, कुन्दह, भेलाही, मनोवर, बघवा, महिषी दक्षिणी, सिरवार-विरवार, राजनपुर, बीरगांव एवं नहरवार, सलखुआ प्रखंड के चानन, साम्हर खुर्द, अलानी एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के बेलवारा, घोघसम, कठडूमर एवं धनुपरा पंचायत बुरी तरह प्रभावित हुआ है. आबादी के हिसाब से सबसे अधिक एक लाख 25 हजार लोग महिषी प्रखंड में प्रभावित हुए हैं. जबकि नवहट्टा प्रखंड में 75 हजार, सलखुआ प्रखंड में 2300 एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के 1500 लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अब तक नवहट्टा प्रखंड में 11 हजार, महिषी प्रखंड में 25 हजार, सलखुआ प्रखंड में 400 एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में 1500 लोगों को निष्क्रमित किया गया है. उन्होंने बताया कि नवहट्टा क्षेत्र के बाढ पीड़ित क्षेत्र में 54, महिषी में 42, सलखुआ में छह नाव का परिचालन किया जा रहा है. नवहट्टा में एसडीआरएफ-एनडीआरएफ की चार, महिषी में चार एवं सलखुआ में दो बोट सक्रिय है. डीएम ने बताया कि पीड़ितों के भोजन के लिए सामुदायिक किचन एवं चलंत किचन की व्यवस्था की गयी है. नवहट्टा प्रखंड मेें 104, महिषी प्रखंड में 89, सलखुआ प्रखंड में तीन एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में चार सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है. इसके अलावा महिषी प्रखंड में 50 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सीडीपीओ के माध्यम से सामुदायिक रसोई एवं नवहट्टा प्रखंड में 30 जगह एमडीएम के माध्यम से भोजन की व्यवस्था चलंत रूप से की गयी है. अभी तक नवहट्टा प्रखंड में कुल 55 हजार, महिषी प्रखंड में 23018, सलखुआ प्रखंड में 2635 एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में 635 बाढ पीडित भोजन कर चुके हैं. डीएम ने बताया कि जिले में बाढ से एक भी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है. एक व्यक्ति की मौत डूबने से हुई है. राशन वितरण के संबंध में डीएम ने बताया कि फुड पैकेट एवं ड्राइ राशन पैकेट का वितरण किया जा रहा है. नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र में अभी 2575, महिषी प्रखंड क्षेत्र में 1050, सलखुआ प्रखंड क्षेत्र में 500 एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र में 100 राशन पैकेट का वितरण किया गया है. नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र में 5231, महिषी प्रखंड क्षेत्र में 4952, सलखुआ प्रखंड क्षेत्र में 158 एवं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के प्रभावित क्षेत्र में 632 पॉलीथीन शीट का वितरण किया गया है. उन्होंने बताया कि बाढ पीड़ितों के बीच पानी की आपूर्ति के लिए पीएचईडी द्वारा जगह जगह चापाकल एवं नगर निगम के टैंकलोरी से जल की आपूर्ति की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ प्रभावित क्षेत्र में कुल 12 टीम की तैनाती की गयी है. एंबुलेंस एवं चलंत मेडिकल टीम की भी व्यवस्था की गयी है. पशुओं की चिकित्सा के लिए कुल 16 टीम कार्यशील है. अबतक 3367 पशुओं का इलाज किया जा चुका है. पशुओं के चारा के लिए भूसा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है. साथ ही स्थिति सामान्य होने तक अधिकारियों एवं कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में पानी उतरने के साथ ही मूलभूत सुविधाएं सुव्यवस्थित करने का निर्देश संबंधित विभाग को दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है