सहरसा . नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 34 पुरानी जेल से पश्चिम स्थित एक बंद मकान में शुक्रवार के पूर्वाह्न लगभग 11 बजे लगी भीषण आग से लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गयी. खास यह रहा कि अगल बगल सहित जानमाल को कोई नुकसान नहीं हुआ. हालांकि मकान में कपड़े का गोदाम बताया जा रहा है. बाहर से शटर बंद रहने के कारण बड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पाया. बंद घर से आग की लपटें उठता देख पड़ोस के लोगों ने शोर मचाया. जिससे लोग जुटकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे. तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचना दी गयी. लेकिन घटना स्थल तक पहुंचने का कोई उपयुक्त जगह नहीं होने के कारण अग्निशमन कर्मियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. वरीय जिला समादेष्टा जिला अग्निशमन पदाधिकारी संदीप कुमार के नेतृत्व में अग्निशमन के चार एमटी वाहन एवं चार बड़े वाहन के लगातार घंटे प्रयास के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका. सिमरी बख्तियारपुर के फायर ऑफिसर सत्यनारायण सिंह सहित दो दर्जन से अधिक अग्निक चालक एवं अग्निकों ने काफी मशक्कत के बाद आग पूरी तरह बुझाने में सफल रहे. मकान इंद्रदेव यादव का बताया जा रहा है. मिली जानकारी अनुसार मकान में स्टोर रूम बनाया गया था. जिसमें अनाज सहित पीवीसी पाइप एवं अन्य सामान रखे गए थे. बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगने के बाद बताई जा रही है. अग्निशमन पदाधिकारी कन्हैया यादव ने बताया कि संकीर्ण रास्ता रहने के कारण आग पर काबू पाने में कड़ी मशक्कत करनी फड़ी. हालांकि आग को बढ़ने से रोक दिया गया एवं बड़े प्रयास के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया. उन्होंने बताया कि आग को फैलने नहीं दिया गया. जिससे जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. इस दौरान अग्निक चालक शैलेंद्र कुमार, नरेंद्र तिवारी, प्रेम प्रकाश, शिव शंकर चौधरी, पंकज कुमार, दीपक कुमार, अग्निक नितेश कुमार, अमित कुमार सहित दो दर्जन से अधिक कर्मी घंटों लग रहे. वहीं जानकारी मिलते ही विधायक डॉ आलोक रंजन, साईबर डीएसपी अजीत कुमार, थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सहित स्थानीय लोगों के प्रयास से बड़ा हादसा टल गया. फोटो – सहरसा 36- घर से उठती आग की लपेट. फोटो – सहरसा 37- घटना स्थल पर मौजूद सदर विधायक व अन्य.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है