छह पंचायत का परिणाम घोषित, शेष की चल रही गिनती, प्रतिनिधि, सत्तरकटैया. प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार देर शाम से पैक्स चुनाव का मतगणना शुरू की गयी. महंथ सरयूग़ दास उच्च विद्यालय मेनहा में दस पंचायत के 43 मतदान केंद्रों के मतों की गिनती करायी गयी. इसमें आधे से अधिक पुराने चेहरे ने अध्यक्ष पद पर बाजी मारी. बीडीओ सह प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी रोहित कुमार साह ने बताया कि सभी दस पंचायतों के पैक्स चुनाव में छह पंचायतों का परिणाम घोषित कर दिया गया है. इसमें पूरीख से निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष शंकर कुमार यादव ने निकटतम प्रत्याशी इफरान आलम को 191 मतों से पराजित किया. वहीं पंचगछिया से संजीव कुमार सिंह ने निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष संतलाल राय को 262 मतों से पराजित किया. पटोरी के निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष अशोक महतो ने चंदा देवी को 90 मतों से पराजित किया. बारा से औरस झा ने निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष कविता देवी को 150 मतों से पराजित किया. बिजलपुर से निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष राहुल कुमार ने निकट प्रतिद्वंद्वी ऋतुराज को 571 मतों से पराजित किया. बिहरा से उपेंद्र दास ने जीत दर्ज की है. वहीं समाचार प्रेषण तक रकिया, विशनपुर, सत्तर व सिहोल का गिनती जारी है. विजेता प्रत्याशियों को बीडीओ सह प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी रोहित कुमार साह ने जीत का प्रमाण पत्र दिया. जीत का प्रमाण पत्र मिलते ही समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी. समर्थकों ने एक दूसरे को अबीर ग़ुलाल लगाकर ख़ुशी का इजहार किया. समर्थकों द्वारा विजेता प्रत्याशियों को माला पहनाकर स्वागत किया गया. मतगणना केंद्र पर मंगलवार शाम से ही समर्थकों की भीड़ जुटी हुई थी. करीब दस बजे रात से काउंटिंग शुरू हुई. सुबह तक चार पंचायतों का परिणाम घोषित किया गया. वहीं दो पंचायत की गिनती बुधवार को दिन में की गयी. अन्य चार की गिनती शुरू है. मतगणना केंद्र पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. सदर एसडीओ प्रदीप कुमार ने मतगणना केंद्र पर पहुंचकर जायजा लिया और तैनात पदाधिकारी व कर्मियों को दिशा निर्देश दिया. मतगणना कर्मियों को समय पर नहीं मिला चाय, नाश्ता व भोजन महंथ सरयुग दास उच्च विद्यालय मेनहा मतगणना केंद्र पर कर्मियों को समय पर चाय, नाश्ता व भोजन नहीं मिला. इस कारण कर्मियों में आक्रोश देखा गया. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक कर्मी ने बताया कि मतगणना ड्यूटी में शाम पांच बजे ही पहुंच गया था, लेकिन किसी ने पानी, चाय और नाश्ता के लिए नहीं पूछा. रात में दो बजे घटिया खाना खिलाया गया. सुबह दस बजे तक चाय, नाश्ता नहीं मिला. स्कूल से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा हुआ था. लगातार काम लिया जा रहा था, लेकिन पीने के लिए स्वच्छ पानी तक की व्यवस्था नहीं थी. 24 घंटे की ड्यूटी में न आराम मिला और न समय पर खाना. इस कारण तबीयत बिगड़ गयी है. कर्मियों ने बताया कि ड्यूटी के दौरान मिलने वाली राशि का भुगतान भी समय पर नहीं किया गया. इस लचर व्यवस्था से दो दर्जन मतगणना कर्मी काफ़ी आक्रोशित थे. फोटो – सहरसा 12 – विजेता को प्रमाण पत्र देते बीडीओ.
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