एक सप्ताह में शुरू होगा रेलवे की अपनी लाउंड्री का काम

एक सप्ताह में शुरू होगा रेलवे की अपनी लाउंड्री का काम

By Prabhat Khabar News Desk | July 19, 2024 5:44 PM

चार करोड़ की जगह मिली रेलवे बोर्ड से मिली मात्र डेढ़ करोड़ की राशि 60 दिनों में बनकर होगा तैयार, दिल्ली के एजेंसी को मिला काम रेलवे के अपनी लाउंड्री से रोजगार के भी बढ़ेंगे अवसर, 50 फीसदी आउटसोर्सिंग तो 50 फीसदी रेलवे देखेगी बेडरोल वॉशिंग का काम सहरसा . ट्रेनों में सफर करते समय एसी कोच के आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को अब बेडरोल में आने वाली गंदगी, दाग, धब्बे की शिकायतें अब काफी हद तक दूर होगी. सहरसा जंक्शन पर अब रेलवे की अपनी लाउंड्री होगी. जहां बेडरोल की वॉशिंग हो सकेगी. हालांकि रेलवे लाउंड्री का काम 50 फीसदी ही देखेगी. जबकि 50 फीसदी वॉशिंग का काम आउटसोर्सिंग एजेंसी के पास रहेगी. रेलवे के अपनी लाउंड्री होने से आउटसोर्सिंग के पास से 50 फीसदी काम घट जाएंगे. वहीं वर्क का प्रेशर नहीं होने से यात्रियों की शिकायत में भी कमी आयेगी. इसके अलावा रेलवे की अपनी लाउंड्री खुलने से रोजगार के भी अवसर काफी बढ़ जायेंगे. पिछले वर्ष तैयार किया गया था प्रपोजल वैशाली, राज्यरानी, जनहित, पुरबईया एक्सप्रेस जैसे महत्वपूर्ण ट्रेनों में आरक्षित श्रेणी के यात्रियों से अधिकांश एसी कोच में इस्तेमाल किए जाने वाले चादर एवं तकिया कवर में गंदगी व दाग धब्बे की शिकायत अक्सर रेल विभाग को मिलती रहती है. ऐसे में रेलवे ने कई बार एजेंसियों को नोटिस भी किया. इसके बाद वर्ष 2023 में रेलवे ने अपनी लाउंड्री खोलने का प्रस्ताव तैयार किया. जिसमें जयनगर दरभंगा एवं सहरसा जंक्शन शामिल है. राशि मिलने में देरी की वजह से इसमें देरी आयी. सहरसा जंक्शन पर रेलवे अपनी लाउंड्री खोलने के लिए चार करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया था. इसे रेलवे बोर्ड भेजा गया था. लेकिन रेलवे बोर्ड से मात्र लाउंड्री के लिए डेढ़ करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी. ऐसे में अब रेलवे डेढ़ करोड़ की राशि से ही लाउंड्री का निर्माण करेगी. यहां बता दे की वर्तमान में सहरसा के मेनहा में लाउंड्री है जो निजी एजेंसी के हाथ है. ऐसे में रेलवे अब 50 फीसदी वॉशिंग का काम देखेगी तो 50 प्रतिशत कम आउटसोर्सिंग देखेगी. दो महीने में बनकर तैयार होगा लाउंड्री सहरसा में लाउंड्री निर्माण के लिए जमीन का सर्वे पहले ही हो चुका है. उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर लाउंड्री निर्माण का कार्य शुरू हो जायेगा. लगभग दो महीने में लाउंड्री को चालू कर दिया जायेगा. डिवीजन के अधिकारियों के माने तो दिल्ली के तीन एजेंसी को लाउंड्री निर्माण का कांट्रैक्ट दिया गया है. बढ़ेंगे रोजगार के अवसर करीब दो महीने के अंदर रेलवे अपने लाउंड्री रेल परिक्षेत्र में तैयार कर लेगी. संबंधित विभाग के अधिकारियों की माने तो लाउंड्री निर्माण के बाद रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. काउंसलिंग के जरिए युवाओं में रोजगार के अवसर दिए जायेंगे. इन ट्रेनों में होती है बेडरोल की आपूर्ति 12553/54 सहरसा नई दिल्ली वैशाली सुपरफास्ट, 15279/80 सहरसा आनंद विहार पुरबिया एक्सप्रेस, 12567/68 सहरसा पटना राज्यरानी सुपरफास्ट, 13227/28 सहरसा राजेंद्र नगर इंटरसिटी एक्सप्रेस, 13205/06 सहरसा पाटलिपुत्र जनहित एक्सप्रेस, 12203/04 सहरसा अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस, 22913/14 सहरसा बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस में बेडरोल की आपूर्ति की जाती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version