विद्वता, सादगी व ईमानदारी के मिशाल थे राजेंद्र प्रसाद
विद्वता, सादगी व ईमानदारी के मिशाल थे राजेंद्र प्रसाद
कांग्रेस कार्यालय में मनायी गयी देश रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 140वीं जयंती सहरसा . जिला कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 140वीं जयंती जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार झा की अध्यक्षता में मनायी गयी. सभी ने उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार झा ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति व महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे. साथ ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे. राजेंद्र बाबू विद्वता, सादगी एवं ईमानदारी के मिशाल थे. वे छुआछूत एवं जाति के प्रति गांधी जी के नजरिए का पूरा समर्थन करते थे. सरकार को चाहिए कि उनकी पैतृक आवास को पर्यटन स्थल बने. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उनको जान सके. आज उनकी जयंती पर पूरा देश नतमस्तक है. एनएसयूआई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशर कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे. उन्होंने परमाणु युग में शांति की जरुरत पर जोड़ दिया था. डॉ राजेंद्र प्रसाद ने अपनी आत्मा की आवाज सुनकर आधी शताब्दी तक अपनी मातृ भूमि की सेवा की. जयंती पर प्रदेश प्रतिनिधि राम सागर पाण्डेय, मो नईम उद्दीन, वरीय उपाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी कुमार हीरा प्रभाकर, मनोज कुमार मिश्र, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल, डॉ अबुल फरह शाजली, माले सचिव कुंदन यादव, इंटक अध्यक्ष सत्य नारायण चौपाल, प्रखंड अध्यक्ष नवहट्टा प्रशांत यादव, नगर अध्यक्ष वीरेंद्र पासवान, जिला सचिव भरत झा, मो सब्बीर उद्दीन, दिवाकांत गिरी, माधव मुखिया, वीरेंद्र पासवान, कार्यालय सचिव बैधनाथ झा, मिशवाह जक्की, राजा पासवान, बेचन पासवान, मो नसीम, मो तजेबूल, विवेक कुमार, भूपन राय, मंगल झा, नगर सचिव मो अफरोज आलम खां सहित अन्य मौजूद थे. फोटो – सहरसा 10 – श्रद्धांजलि अर्पित करते कांग्रेस कार्यकर्ता व अन्य
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