सहरसा. एलएचबी कोच के साथ सहरसा जंक्शन से लगभग सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेन को चलाया जा रहा है. लेकिन इनमें अधिकांश कोच पुराने होने की वजह से या तो डैमेज साबित हो रहे हैं या कोच का एसी फेल हो रहा है. वैशाली और पुरबिया एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों में थर्ड एसी डैमेज कोच को हटाकर थर्ड इकोनामिक कोच लगाये जा रहे हैं. वहीं राज्यरानी ट्रेन में एसी चेयर कार की जगह थर्ड इकोनामिक कोच लगाया जा रहा है. सोमवार को यही हाल रहा सहरसा नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस का हुआ. जिसमें दो थर्ड एसी डैमेज कोच हटाकर थर्ड इकोनामिक कोच लगा दिया गया. वहीं मंगलवार को सहरसा से पटना जाने वाली 12567 राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन के सी टू एसी चेयर कार कोच का एसी फेल होने से थर्ड इकोनामिक कोच लगा दिया गया. जिसमें सी टू चेयर कार कोच के सभी आरक्षित श्रेणी के पैसेंजर को थर्ड इकोनामिक कोच में शिफ्ट किया गया.
2 घंटा 30 मिनट विलंब से सहरसा पहुंची राज्यरानी
मंगलवार सुबह सहरसा से पटना जाने वाली राज्य रानी एक्सप्रेस ट्रेन के सी टू चेयर कार कोच का अचानक एसी फेल हो जाने के कारण उसे कोच को हटाकर थर्ड इकोनामिक कोच लगाया गया. जिस वजह से राज्यरानी एक्सप्रेस सहरसा जंक्शन से विलंब से खुली. वहीं पटना से सहरसा आने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस 2 घंटा देरी से खुली. ट्रेन विलंब होने से यात्री काफी परेशान रहे.
कोच बदलने से चेंज हो गयी यात्रियों की सीट, हुए आक्रोशित
सहरसा जंक्शन से खुलने वाली मंगलवार सुबह राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन का एसी 2 चेयर कार कोच का अचानक एसी फेल होने से इसके बदले थर्ड इकोनामिक कोच लगाया गया. इसके बाद यात्रियों की सीट बदल गयी. उस कोच के सभी पैसेंजर को किसी तरह थर्ड इकोनामिक कोच में शिफ्ट किया गया. वहीं वही कोच बदलने को लेकर यात्रियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की. वहीं कुछ यात्रियों ने काफी विरोध भी किया. बताया जा रहा है कि चेयर कार की सभी सीट फुल थी. उसी कोच में खगड़िया और बेगूसराय से भी बुकिंग थी. सहरसा से ट्रेन खुलने के बाद बेगूसराय, मोकामा तक यात्रियों को सीट को लेकर मारामारी करनी पड़ी.