राजस्व मंत्री जी, आपके प्रभार के जिले में अंचल कर्मी ऑनलाइन वसूल करते हैं रिश्वत

राजस्व मंत्री जी, आपके प्रभार के जिले में अंचल कर्मी ऑनलाइन वसूल करते हैं रिश्वत

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 6:39 PM

दर्जनों नहीं सैकड़ों लोगों से फोन पे पर व नगद करते हैं वसूल जाति, आवासीय सहित अन्य कार्य के नाम पर कार्यपालक सहायक करते हैं वसूली प्रभात खबर पड़ताल…. नवहट्टा. बिहार सरकार में राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल के प्रभार के जिले में अंचल कर्मी ऑनलाइन फोन पे के माध्यम से वसूली करते हैं. जबकि बीते दिन पहले राजस्व मंत्री ने बिहार के सभी जिलाधिकारी के माध्यम से सभी अंचलों में बिचौलियों, दलाल व भ्रष्ट कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया था. नवहट्टा अंचल में पदस्थापित कार्यपालक सहायक कपिल राम को विभाग के निर्देश वरीय अधिकारियों का कोई डर भय नहीं है. उनका सीधा कहना है. पैसा दीजिए काम करवाइए. कहीं शिकायत कीजिए मुझे कोई फर्क नही पड़ता है. नवहट्टा अंचल में दो वर्ष से पदस्थापित कार्यपालक सहायक कपिल राम ने ऑनलाइन फोन पे माध्यम से 3 नवंबर 2023 को 9 बजे संजय नाम के युवक से दो सौ रुपये जातीय आवासीय प्रमाण बनाने के नाम पर वसूली किये. 31 जनवरी 2024 को 1 बजकर 25 मिनट पर राजकुमार नाम के युवक से एक सौ रुपये की वसूली की. दो माह पूर्व 11 मई को राजकुमार नाम के युवक से ही एक सौ रुपये वसूल किये. इसी माह जुलाई में 1 बजकर 22 मिनट पर फिर राजकुमार नाम के युवक से ही एक सौ रुपये की वसूली की. ऐसे तो नवहट्टा अंचल में बिचौलियों का इस तरह दबदबा बना है कि लोग अंचल कार्यालय वाजिब काम से भी जाना पसंद नहीं करते हैं. अंचल कार्यालय व अंचल कचहरी के अंदर व बाहर दुर्गा स्थान परिसर में मुंशी के नाम पर बिचौलिए किसानों को रिझाकर बेखौफ़ वसूली करते हैं. हालांकि अंचल कार्यालय में पदस्थापित कार्यपालक सहायक कपिल राम दर्जनों युवकों को क्षेत्र के लोगों से वसूली करने के लिए अपने पास एक टीम बनाकर वसूली करते हैं. अधिकतर नगद ही वसूली होती है. नगद नहीं उपलब्ध होने के स्थिति में फोन पे के माध्यम से वसूली करते हैं. सूबे के सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार का खेल व्याप्त है. उसकी कई ऐसी तस्वीर भी सामने आ चुकी है. हालांकि कई मामलों में ऐसे भ्रष्ट कर्मियों पर कार्रवाई भी हुई है. बावजूद भ्रष्टाचार का खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बाबत पूछे जाने पर कपिल राम ने बताया कि उक्त राशि मुझे किसने और कब भेजी, ख्याल नहीं है. एक बैठक में हैं. बाद में बात करते हैं. फिर उन्होंने फोन नहीं उठाया. जबकि इस बाबत सीओ मोनी बहन से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मेरे संज्ञान में इस तरह की बात नहीं है. मामले की जांच करते हैं. कार्यालय अवधि में उनको बुलाकर पूछते हैं.

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