सगर राति दीप जरय के सफल आयोजन की तैयारी को लेकर हुई समीक्षा बैठक

मैथिली साहित्य के विभूति प्रो. मायानंद मिश्र के पुण्य स्मृति में कल होगा कार्यक्रम

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2024 6:14 PM

मैथिली साहित्य के विभूति प्रो. मायानंद मिश्र के पुण्य स्मृति में कल होगा कार्यक्रम सहरसा . मैथिली साहित्य के महान विभूति प्रो मायानंद मिश्र की पुण्य स्मृति में उनकी जीवनी, लेखनी व भाषायी आंदोलन से संबंधित चर्चा व विमर्श को लेकर गुरुवार को विद्यापति नगर में नवजागरण मंच की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता प्रो डॉ कुलानंद झा ने की. बैठक में आगामी 28 दिसंबर को आयोजित होने वाली मायानंद मिश्र स्मृति उत्सव व मैथिली के नामवर साहित्यकारों की उपस्थिति में आयोजित होने वाली सगर राति दीप जरय के सफलतापूर्वक आयोजन की तैयारी की समीक्षा की गयी. यह कार्यक्रम अभिनव सेलिब्रेशन हॉल में एक बजे दिन से छह बजे संध्या एवं छह बजे संध्या से छह बजे सुबह के दो सत्रों में आयोजित होगा. कार्यक्रम के उद्घाटन में भाग लेने के लिए बिहार के पूर्व डीजीपी राकेश कुमार मिश्र, बीएनएमयू के दो पूर्व कुलपति आरकेपी रमण व ज्ञानंजय द्विवेदी व विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति डॉ अशोक कुमार यादव ने अपनी स्वीकृति दी है. कार्यक्रम में सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, दरभंगा, एवं मधुबनी से आने वाले मैथिली साहित्यकारों में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कथाकार जगदीश प्रसाद मंडल, मैथिली परिषद के महासचिव नारायण यादव, साहित्यकार रामेश्वर प्रसाद मंडल, चंद्र मोहन झा, पल्लवी मंडल, अंजली ठाकुर, प्रो रेणू झा, दीपिका, शशिप्रभा एवं अन्य भाग लेंगे. प्रो मायानंद मिश्र के मैथिली साहित्य में योगदान पर चर्चा एवं विमर्श के साथ कथाकारों द्वारा अपने कथापाठ व समीक्षकों की चर्चा से संबंधित कार्यकर्मों के अलावा डॉ महेंद्र द्वारा प्रो मायानंद मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से संबंधित पुस्तक तोहर सरिस का लोकार्पण किया जायेगा. इसके अतिरिक्त जगदीश प्रसाद मंडल द्वारा रचित कथा संग्रह विश्व शांति एवं मौन, रामेश्वर प्रसाद मंडल द्वारा रचित नाटक चीख, नारायण यादव का कथासंग्रह खाली घर एवं नवकी पुतोहु, डॉ राम आशीष सिंह की अंग्रेजी उपन्यास द कृपल्ड, रविंद्र नारायण मिश्र का उपन्यास जयतु जानकी व सीमाक ओही पार का भी लोकार्पण होगा. नवजागरण मंच के संस्थापक प्रो भवानंद मिश्र ने कहा कि वे प्रो मायानंद मिश्र की पुण्य स्मृति में आयोजित हो रहे इस बड़े कार्यक्रम में मैथिली के विभिन्न क्षेत्रीय एवं जातिगत बोलियों की विविधता को प्रतिनिधित्व दिया गया है. मैथिली भाषा साहित्य एवं मिथिलांचल के समग्र विकास के लिए साहित्यिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों में सभी जातियों व संप्रदायों की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है. कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संयोजन प्रो डॉ केएस ओझा एवं सह संयोजन निर्मल झा करेंगे. जबकि दूसरे सत्र का संयोजन गोसाईं मंडल, रामेश्वर प्रसाद मंडल एवं दिग्विजय सिंह करेंगे. बैठक में प्रो डॉ अशोक कुमार झा, किसलय कृष्ण, डॉ अक्षय कुमार चौधरी, डॉ शांतिलक्ष्मी चौधरी, डॉ आलोक कुमार झा, निर्मल मिश्र, डॉ दीनानाथ पटेल, केशव कुमार सिंह, मंत्रेश्वर मिश्र, राधेश्याम साह, प्रणव कुमार अभिषेक, केसर कुमार सिंह, आशीष रंजन, प्रो. निखिल झा, अधिवक्ता राजेश कुमार झा, प्रो प्रदीप झा, प्रो ज्ञानचंद, प्रो प्रदीप कुमार झा, प्रशांत सिंह राजू, प्रो निखिल झा, रतन मल्लिक सहित अन्य मौजूद थे.

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