Saharsa news : बदलते मौसम में जब लेंगे प्राॅपर डाइट, तभी करेंगे फाइट
Saharsa news : ठंड का मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियों को साथ लेकर आता है. ऐसे में जरूरी है कि हम खानपान पर विशेष ध्यान दें.
Saharsa news : मौसम ने एक बार फिर करवट बदलना शुरू कर दिया है. अब जिले में भी सुबह-शाम गुलाबी ठंड दस्तक देने लगी है. मौसम में बदलाव से बहुत सारी बीमारियां भी आती हैं. ऐसे में डॉक्टरों की मानें तो ठंड में सबसे पहले स्किन, बॉडी एवं एक्टिविटीज पर असर पड़ताहै. आमतौर पर जहां हम गर्मियों में कम खाना खाते हैं, वहीं सर्दियों में भूख भी ज्यादा लगती है. ऐसे में साग का सेवन कई बीमारियों से दूर रखता है एवं शरीर को पौष्टिक तत्व प्रदान करता है. आहार एवं पोषण विशेषज्ञ सर्दी के मौसम में नियमित तौर पर मौसमी सब्जियाें को खाने की सलाह देते हैं. खासकर हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सोया मेथी, बथुआ का सेवन सेहत के लिए लाभकारी हैं. साग में कई तरह के पोषक तत्व एवं यौगिक पाये जाते हैं. शरीर और मस्तिष्क को पोषण देने के लिए साग फायदेमंद है. औषधीय गुण होने कारण इनमें से कई सब्जियां इम्यूनिटी पावर को भी मजबूत बनाती हैं.
शरीर की देखभाल के लिए प्रॉपर डाइट लेना जरूरी
बीते कुछ दिनों से मौसम में आ रहे बदलाव के कारण सुबह-शाम ठंड व दोपहर में गर्मी का एहसास हो रहा है. शुरुआती ठंड में खुद की देखभाल एवं प्रॉपर डाइट न लेने पर सर्दी-जुकाम, बुखार-खांसी जैसी वायरल समस्याएं बढ़ने लगती हैं. ऐसे में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी उसके हिसाब से शरीर को भी तैयार करना होगा. नहीं तो बीमार होने का चांस काफी ज्यादा बढ़ जाता है.इम्यूनिटी मजबूत रहेगी तो शरीर मौसम में बढ़ी ठंडक से खुद का बचाव करने में सक्षम रहेगा.
ठंडे पानी से करें परहेज, गुनगुना पीएं
अभी हाल ही में छठ पर्व खत्म हुआ है. यह प्राकृतिक पर्व है. इसमें सारी चीजें प्राकृतिक होती हैं एवं सभी इस सीजन में मिलते हैं. फल से लेकर गन्ना, कच्ची हल्दी से लेकर मूली, गाजर, आंवला जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. अभी सुबह-शाम ठंड व दिन में गर्मी का एहसास हो रहा है. ऐसे मौसम में सतर्क रहने की जरूरत है. आयुर्वेद में कहा गया है कि इस मौसम में मधुरस का पान करें. यानी मीठी चीजों का सेवन करें. इसके साथ ही आंवला एवं नमक आपको ठंड में होनेवाली बीमारियों से बचाताहै. जब भी आपको वायरल होगा इसकी शुरुआत गले से होगी. इसलिए रोजाना सुबह-शाम की चाय में तुलसी के पत्ते, काली मिर्च का प्रयोग करें एवं गुनगुना पानी पीएं. सर्दियों में मिलनेवाले सभी तरह के साग में विटामिन्स, मिनर,ल्स फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स एवं इटोन्यूट्रिएंट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं. इनके सेवन से वजन नियंत्रित रखने के साथ ही स्किन एजिंग की समस्या से भी लड़ा जा सकता है.
साग में होते हैं कई तरह के पोषक तत्व
सहरसा के चिकित्सक डॉ हरेंद्र आर्य बताते हैं कि प्रकृति का स्वभाव है कि जिस सीजन के लिए जो चीजें बनी होती हैं उस वक्त वह हमें प्रचुर मात्रा में मिल जाती हैं.सीजनल चीजों का इस्तेमाल करने में कोई हर्ज नहीं है. ठंड के मौसम में कई तरह के साग मिलते हैं. इनमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं. पालक में आयरन एवं चना साग में प्रोटीन होता है. डायबिटीज मरीजों के लिए मेथी का साग फायदेमंद है. साग ठंड के समय में हमारे शरीर के तापमान को स्थिर रखता है. सरसों के साग में विटामिन ए, सी, बी, मिनरल, प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं. यह हमें हृदय रोग से बचाताहै. यह कब्ज, अयबिटीज, पीलिया रोगों के लिए फायदेमंद होता है. लाल साग में विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर, फोलेट, राइबोफ्लेविन एवं कैल्शियम जैसे तत्व पाये जाते हैं, जो आपको कई रोगों से बचाने में मदद करते हैं. मेथी में फॉलिक एसिड, विटामिन 1, बी 6, विटामिन सी, पोटैशियम आयरन, फास्फोरस एवं कैल्शियम काफी मात्रा में होते हैं. यह शुगर को नियंत्रित रख डायबिटीज की आशंका को कम करता है. पालक में कार्बोहाइड्रेट, ओमेगा-3 एवं ओमेगा-6 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह बीपी को कम कर हृदय रोग को सुरक्षा प्रदान करता है. बथुआ के साग में कई औषधीय गुण होते हैं. इसमें विटामिन ए, कैल्शियम, पोटैशियम भरपूर रहता है. बथुआ के साग से गैस, कब्ज, पेट में दर्द होने की आशंका कम होती है.
साग को जरूरत से ज्यादा न पकाएं
साग को आप कई तरीके से पका सकते हैं. नॉर्मल के अलावा रोटी, पूड़ी या पराठे में साग को यूज कर बच्चों को भी खिलाएं. ठंड में आप सरसों, चना, बथुआ, पालक, मेथी जैसे साग का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट बहुत ज्यादा होता है. इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है. स्वास्थ्य के लिए यह काफी फायदेमंद है. पर, साग को बनाते या पकाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि उसे जरूरत से ज्यादा न पकाया जाये.
शरीर के लिए आयरन व प्रोटीन जरूरी
ठंड का मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियों को साथ लेकर आता है. ऐसे में जरूरी है कि हम खानपान पर विशेष ध्यान दें. इस सीजन में मिलनेवाली साग-सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें. ये बॉडी की इम्यूनिटी को बढ़ातेहैं. इस मौसम में खासकर बूढ़े व्यक्ति, बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती है. ऐसे में इन लोगों के लिए बदलता मौसम हानिकारक हो सकता है. गुलाबी ठंड में बीमार होने से बचने के लिए अपनी डाइट में आयरन और प्रोटीन रिच फूड्स को शामिल करें. इससे शरीर बीमारियों से बच पाता है. अपनी डाइट में साबूत अनाज एवं फलियों को शामिल करें. साथ ही तबीयत को बेहतर रखने के लिए दालचीनी, अजवाइन, काली मिर्च, अदरक, लहसुन एवं लौंग जैसे मसालों का सेवन करें. इन मसालों की तासीर गर्म होती है. यह आपके शरीर को गर्म रखने का काम करती है. इन मसालों को चाय में डालकर भी पी सकते हैं.