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चलती ट्रेन में सहरसा निवासी महिला ने दिया बच्चे को जन्म

चलती ट्रेन में सहरसा निवासी महिला ने दिया बच्चे को जन्म

सहरसा. नयी दिल्ली-सहरसा वैशाली एक्सप्रेस में सफर कर रही सहरसा की गर्भवती महिला यात्री की मंडल के चिकित्सा कर्मियों ने सुरक्षित डिलीवरी करायी है. नयी दिल्ली-सहरसा वैशाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस में सफर कर रही सहरसा की गर्भवती महिला को अचानक लेबर पेन शुरू हो गया. जिस पर तत्काल समस्तीपुर मंडल की रेलवे मेडिकल टीम ने सुरक्षित प्रसव करवाया. रेल अधिकारियों के मुताबिक जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है. यहां बता दें कि बीते सोमवार को वाणिज्य नियंत्रण कक्ष को 3:40 पर सूचना प्राप्त हुई कि ट्रेन नंबर 12554 वैशाली एक्सप्रेस के जनरल कोच, जो गार्ड कोच से सटा हुआ होता है, उसमें एक महिला को बहुत तेज लेबर पेन हो रहा है. नियंत्रण कक्ष द्वारा तत्काल इसकी सूचना मंडलीय चिकित्सालय, समस्तीपुर को दी गयी. सूचना मिलते ही मेडिकल टीम तुरंत स्टेशन पहुंची. जिसमें इमरजेंसी डॉक्टर रेखा साहू, नर्सिंग स्टाफ रेखा कुमारी, विकास कुमार, ड्रेसर चंदन कुमार एवं एचए पामा कुमारी मौजूद थी. ट्रेन के अंदर ही मेडिकल टीम द्वारा उक्त महिला की सुरक्षित रूप से डिलीवरी करवायी गयी एवं उचित दवाइयां एवं उपचार देकर मरीज की जांच की गयी. जिसके बाद बच्चा व मां के पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर ही उन्हें आगे सहरसा के सफर के लिए रवाना किया गया. …………………………………………………………………………………………. पैलेस ऑन व्हील्स की तर्ज पर सहरसा जंक्शन पर खुलेगा रेल कोच रेस्टोरेंट बारबेक्यू सिस्टम और सीसीटीवी कैमरा से लैस होगा रेल कोच रेस्टोरेंट लोकेशन सर्वे के बाद साइड स्क्रैच तैयार कर भेजी गयी डिवीजन को रिपोर्ट यात्रियों के अलावा आम लोगों के लिए भी मिलेगी सर्विस मिलेट भोजन की रहेगी खास सुविधा अमृत भारत योजना के तहत चयनित स्टेशनों पर खुलेगा रेलवे कैंटीन लोकल व्यंजनों के अलावा राष्ट्रीय स्तर के व्यंजन होंगे उपलब्ध 2 से 3 महीने में मिल सकती है सुविधा प्रभात खबर खास सहरसा. अब तक आप होटल या किसी अन्य जगहों पर रेस्टोरेंट में खानपान का आनंद उठाते रहे हैं. लेकिन कुछ दिनों बाद अब आप मेजर स्टेशनों पर रेल कोच में ही मिलेट भोजन के अलावा देसी और लोकल व्यंजनों का लुफ्त उठा सकेंगे. सहरसा में रेल कोच में शानदार रेस्टोरेंट खोले जाने की तैयारी में रेलवे जुट गया है. पुराने और डैमेज कोच को मेंटेनेंस के बाद उपयोग में लाकर रेलवे रेल कोच रेस्टोरेंट में तब्दील कर रहा है. सहरसा के सर्कुलेटिंग एरिया में लैंड लोकेशन फाइनल कर साइड स्क्रेच तैयार कर समस्तीपुर डिविजन को रिपोर्ट भेज दी गयी है. जल्द ही इसे मंजूरी मिल जायेगी. रेल अधिकारियों की मानें तो अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2 से 3 महीने के अंदर लोग रेल कोच रेस्टोरेंट का लुफ्त उठा सकेंगे. फिलहाल रेलवे की तैयारी अंतिम चरण में है. रेल कोच में रेस्टोरेंट आईआरसीटीसी के जिम्में होगा. पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत सहरसा सहित अन्य मेजर स्टेशनों पर रेलवे रेल कोच में रेस्टोरेंट तैयार करने की कोशिश में है. उम्मीद है कि समस्तीपुर डिवीजन का सहरसा पहला स्टेशन होगा. यहां बता दें कि पिछले सप्ताह ही बरौनी जंक्शन पर रेल कोच रेस्टोरेंट का उद्घाटन किया गया था. सहरसा और खगड़िया में अब इसकी शुरुआत होगी. बारबेक्यू सिस्टम से लैस होगा रेल कोच रेस्टोरेंट पूर्व मध्य रेलवे में जहां-जहां रेल कोच रेस्टोरेंट खोलने की तैयारी की गयी है. वह पूरी तरह से बारबेक्यू सिस्टम से लैस होगा. जिसमें पूरी तरह से पारदर्शिता होगी. कोई भी ग्राहक भोजन बनाते हुए सिस्टम को आसानी से आर पार देख सकेंगे. इसके अलावा रेल कोच रेस्टोरेंट पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे से लैस होगा. मिलेट भोजन की मिलेगी सुविधा रेल कोच रेस्टोरेंट में लंच और डिनर की 24 घंटे सर्विस मिलेगी. यात्री के अलावा आम लोगों के लिए भी सर्विस की उपलब्धता होगी. देसी और लोकल व्यंजनों के अलावा मिलेट भोजन की भी सुविधा मिलेगी. जिसमें मक्के और बाजरा की रोटी के अलावा के अलावा सरसों और मेथी का साग भी मिलेगा. सिमरी बख्तियारपुर, मधेपुरा, बनमनखी में मिलेगी कैंटीन की सुविधा अमृत भारत योजना से चयनित रेलवे स्टेशनों पर अब रेलवे की अपनी कैंटीन होगी. नये भवन में कैंटीन उपलब्ध होगी. जहां यात्रियों को वहां के मशहूर व्यंजनों के साथ हर तरह के मनचाही डिश उपलब्ध होंगे. इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर के भी व्यंजन कैंटीन में उपलब्ध होंगे तथा यात्रियों को उचित दर पर खाना परोसा जायेगा. यह सुविधा फिलहाल अभी अमृत भारत योजना के अंतर्गत स्टेशनों पर ही उपलब्ध है. यहां बता दें कि अमृत भारत योजना के अंतर्गत वर्ष 2023 में सहरसा जंक्शन सहित देश भर के कई रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी गयी थी. स्टेशनों के पुर्नविकास का कार्य तेजी से चल रहा है. अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों का यह एकीकृत दृष्टिकोण रेलवे स्टेशन के आसपास के क्षेत्र पर केंद्रित शहर के समग्र शहरी विकास के विजन से प्रेरित होगा. पुनर्विकास कार्य से अच्छी तरह से सुव्यवस्थित यातायात सुविधा, इंटर-मॉडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गये चिन्हों को सुनिश्चित करने के साथ-साथ यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा. लोकल व्यंजनों को भी किया जाएगा शामिल रेलवे कैंटीन में लोकल व्यंजनों को भी शामिल किया जायेगा. शहर का जो सबसे मशहूर खाद्य सामग्री होगी. उसे व्यंजनों में शामिल किया जायेगा. ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उस शहर की पहचान बन सके. रेल कोच रेस्टोरेंट में मिलने वाली खास सुविधा – पैलेस ऑन व्हील्स के तर्ज पर डिजाइन किया जायेगा कोच का डिजाइन – पूरी तरह से वातानुकूलित होगा रेल कोच रेस्टोरेंट – रोजगार के अवसर बढ़ेंगे – हर व्यंजन का लुफ्त उठा सकेंगे ग्राहक कहां-कहां होगा रेलवे का रिफ्रेशमेंट रूम सहरसा जंक्शन सिमरी बख्तियारपुर मधेपुरा बनमनखी सुपौल सलोना दरभंगा सहरसा में रेल कोच में यात्रियों के अलावा आम लोगों को भी रेस्टोरेंट की सुविधा मिलेगी. रेल कोच में रेस्टोरेंट खोलने के लिए सर्कुलेटिंग एरिया के पास जमीन का सर्वे किया गया है. रेलवे जल्दी इसे खोलने की तैयारी में है.विनय कुमार श्रीवास्तव, डीआरएम, समस्तीपुर डिवीजन

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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