निर्धारित समय पर नहीं किया जा रहा सहरसा-समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन

30 दिनों में करीब 15 दिन या ट्रेन सहरसा से एक या दो घंटा देरी से परिचालन किया जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 10:21 PM

सहरसा. दैनिक यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण ट्रेन 05549 सहरसा-समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन निर्धारित समय पर नहीं किया जा रहा है. 30 दिनों में करीब 15 दिन या ट्रेन सहरसा से एक या दो घंटा देरी से परिचालन किया जाता है. ट्रेन विलंब होने से रोजाना दैनिक यात्री परेशान रहते हैं. हालांकि, यह ट्रेन पूर्णिया कोर्ट से सहरसा जंक्शन 45 मिनट पहले ही पहुंचती है और इस ट्रेन को प्लेटफाॅर्म नंबर चार पर खड़ी कर दी जाती है, लेकिन हर दिन पावर के फेर में फंसकर यह ट्रेन घंटा या दो घंटा विलंब हो जाती है. मंगलवार को भी यह ट्रेन एक घंटा 30 मिनट देरी से सहरसा जंक्शन से रवाना हुई. सहरसा से मानसी के बीच शाम 3:55 के बाद शाम 6:15 पर सहरसा समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन है. पूर्णिया कोर्ट-सहरसा 05539 पैसेंजर ट्रेन शाम 5:30 पर सहरसा जंक्शन पहुंचती है और 05549 बनकर सहरसा से समस्तीपुर के लिए शाम 6:15 पर खुलती है, लेकिन जब यह ट्रेन सहरसा जंक्शन पहुंचती है तो इस ट्रेन में दूसरा इलेक्ट्रिक इंजन लगाया जाता है. हर दिन दूसरा इंजन सेटिंग करने में रेल प्रशासन को देरी होती है. जिससे यह ट्रेन रोजाना विलंब हो जाती है. दैनिक यात्रियों का कहना है कि ट्रेन आने से पहले ही अगर रेल प्रशासन निर्धारित समय पर इंजन शटिंग कर तैयार रखे तो ट्रेन का परिचालन विलंब से नहीं होगा. जबकि समस्तीपुर डिवीजन के डीआरएम भी दैनिक यात्रियों की मांग पर सहरसा समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन को रोजाना निर्धारित समय पर चलने का पहले भी निर्देश दे चुके हैं. पडोसी से सुरक्षा की लगायी गुहार सहरसा. नगर निगम क्षेत्र के गांधी पथ वार्ड 14 निवासी सदानंद साह ने एसडीओ को आवेदन दे घर के निकट बांस के बीट से हो रही परेशानी से राहत दिलाने की मांग की. उन्होंने कहा कि उनके घर से सटे पश्चिम शंकर साह का बांस का बीट है. बांस की टहनी उनके छत पर आने से खिड़की होकर सांप कीड़ा अंदर कमरे व कैंपस में आ जाता है. कई बार छत पर जाने के बाद बाल बच्चों को भी डर बना रहता है. जब उसे बांस की बीट काटने को कहते हैं तो दो दिन में काट लूंगा. लेकिन किसी की एक भी नही सुनाता है. उल्टे मारपीट का झूठा मुकदमा कर दिया है. शंकर साह एवं उसका बेटा अर्जुन कुमार जो पेशे से सीए है वो भी आगे परेशान करने का धमकी देते रहता है. रुपयों का लोभ दिखाकर कभी भी जघन्य अपराध करा सकता है. इससे खतरा बना हुआ है. उन्होंने बांस के बीट को जड़ से कटवाने एवं जान माल की सुरक्षा की गुहार लगायी.

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