रबी फसल के उत्पादन में आ रही तकनीकी समस्याओं को दूर करने को लेकर बैठक आयोजित सत्तरकटैया क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर में गुरुवार को क्षेत्रीय शोध एवं प्रसार सलाहकार समिति रबी 2024 जोन टू की बैठक आयोजित की गयी. डॉ अनिल कुमार सिंह निदेशक अनुसंधान बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में रबी फसल के उत्पादन में आने वाले तकनीकी समाधान पर चर्चा की तथा बैठक के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी. प्राचार्य मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर, पूर्णिया, किशनगंज, संयुक्त कृषि निदेशक, कोशीसी प्रमंडल ज्ञानचंद्र शर्मा तथा जोन 11 के सभी कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान मधेपुरा, अररिया, जलालगढ़ पूर्णियां, कटिहार के अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान की सक्रिय भागीदारी रही. इस कार्यक्रम में सह निदेशक अनुसंधान, क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान, अगवानपुर डॉ मनीष दत्त ओझा ने आगत अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और इस बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए विगत वर्ष के कार्यवाही प्रतिवेदन की विस्तृत जानकारी दी. बैठक के बारे में बताते हुए सह निदेशक अनुसंधान ने बताया कि यह बैठक जोन 2 (कोशी प्रमंडल) के किसानों को रबी की फसलों में किस प्रकार की समस्याएं आ रही हैं तथा किस तकनीक में सुधार की आवश्यकता है, इसकी जानकारी प्राप्त कर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर को आगामी शोध परियोजनाओं के संधारण के लिए अवगत कराया जाता है. जिससे तद्नुसार शोध कार्य में सुधार किया जा सके. अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ अनिल कुमार सिंह ने बिहार सरकार के चतुर्थ कृषि रोड मैप के अनुरूप कृषि शोध, शिक्षा, प्रसार एवं प्रसंस्करण, भंडारण, विपणन, नवीन तकनीकी का उद्भव जैसे ड्रोन का इस्तेमाल, मशीन लर्निंग, कृत्रिम बुद्धिमता आदि का सहारा लेकर इस कोसी क्षेत्र के किसानों के प्रगति की चर्चा की गयी. निदेशक शोध ने बताया कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपति डॉ डी आर सिंह की सोच है कि स्थानीय किसानों की आवश्यकता अनुरूप शोध कार्य को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. हमलोग इसी दिशा में सतत अग्रसर हैं. संयुक्त कृषि निदेशक, शस्य, कोशी प्रमंडल ने सरकार की चल रही सभी कृषि योजनाओं पर प्रकाश डाला. इस क्षेत्र के प्रगितिशील किसान रबी फसलों यथा मक्का, गेंहू, मसूर, सरसों, तीसी, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं संगधीय पौधों इत्यादि पर शोध योग्य समस्या एवं नवीन तकनीक ईजाद करने के लिए आग्रह किया. मंच संचालन डॉ प्रीति सुंदरम तथा सहयोग डॉ राजकिशोर कुमार, डॉ कुणाल प्रताप सिंह, डॉ राधेश्याम, डॉ सूरज प्रकाश, डॉ शंभु नाथ आदि ने किया. मौके पर महाविद्यालय, शोध संस्थान एवं कृषि विज्ञान केंद्र के समस्त वैज्ञानिक एवं कर्मी मौजूद रहे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ देवन कुमार चौधरी ने किया. ……………………………………………………………………………………….. पिकअप वैन की ठोकर से बाइक सवार जख्मी सत्तरकटैया बिहरा थाना क्षेत्र के सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग पर मनहारा गांव के पास गुरुवार को पिकअप की ठोकर से बाइक सवार दो व्यक्ति जख्मी हो गया है. जख्मी का इलाज कराने सहरसा अस्पताल भेजा गया है. ……………………………………………………………………………………………. पंचायत समिति की बैठक आज सत्तरकटैया पंचायत समिति की बैठक शुक्रवार को प्रखंड परिसर में आयोजित की जायेगी. यह जानकारी कार्यपालक पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी रोहित कुमार साह ने पत्र निर्गत कर विभिन्न विभाग के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को दी है. बीडीओ ने बताया कि पंचायत विकास योजना 2024-25, षष्ठम राज वित्त आयोग के निर्माण एवं पूर्व वित्तीय वर्ष के योजनाओं का समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गयी है.
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