एसडीओ व एसडीपीओ ने लॉकडाउन का लिया जायजा
एसडीओ व एसडीपीओ ने लॉकडाउन का लिया जायजा
सहरसा: कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के तीसरे दिन शनिवार को सदर एसडीओ शंभूनाथ झा, सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी दिन भर शहरी क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों पर जा जायजा लेते रहे. इस दौरान बिना मास्क के सडकों पर गुजरने वाले लोगों को रोक 50 रुपये जुर्माना की वसूल दो मास्क दिया गया. इस दौरान थाना चौक, शंकर चौक, महावीर चौक, रिफ्यूजी कॉलनी, डुमरैल चौक, मुसरफ चौक, तिवारी टोला चौक, हटियागाछी, प्रशांत मोड, गंगजला चौक, पंचवटी क सहित अन्य जगह जा लॉकडाउन का जायजा लिया.
उन्होंने लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे से भी जागरूक करते घरों में रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है. अब काफी ऐहतियात की जरूरत है. इससे सुरक्षा घरों में रहकर ही बेहतर ढंग से हो सकती है. जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ रहा है. जिसे देखते हुए आम नागरिकों के हित में राज्य सरकार ने एक बार फिर से राज्यस्तर पर लॉकडाउन किया है. अब सबों की जबाबदेही बनती है कि इसका पूरी तरह पालन करते हुए खुद भी सुरक्षित रहे एवं दूसरे भी सुरक्षित रह सकें. बिना वजह घरों से नहीं निकलें. आवश्यक होने पर घरों से निकलते समय मास्क व सोशल डिस्टैंसिंग का पूरी तरह पालन करें.
वाहन व लोगों से गुलजार रही शहर की सड़कें: हालांकि लॉकडाउन के तीसरे दिन भी सडकों पर लोगों की जबरदस्त आवाजाही बनी रही. महामारी का रुप अख्तियार कर लेने के बाद भी आमलोगों में कोरोना का भय नहीं दिखा. लोग इसे अब भी भयावह स्थिति मानने को तैयार होते नहीं दिख रहे हैं. जगह-जगह सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उडती अब भी दिख रही है. प्रशासन की सख्ती के बाद भी लोग बहाने बनाकर बाजार की सैर करते दिख रहे हैं. आवश्यक वस्तुओं की दुकानें निर्धारित समय पर ही खुली. जबकि अन्य सभी दुकानें लगभग बंद रही. लॉकडाउन का असर सिर्फ इतना ही दिख रहा है कि कुछ दुकानें बंद हैं और सार्वजनिक बड़े वाहन नहीं चल रहे हैं. वरना कार, जीप, स्कॉर्पियो, बाइक, स्कूटी, साइकिल, रिक्शा, ई-रिक्शा और पैदल राहगीरों से बाजार की सड़कें गुलजार हैं. सभी चौक-चौराहों पर पुलिस बलों की सक्रियता दिखी. वरीय अधिकारियों के लगातार निरीक्षण से लोगों में भय तो दिखा. लेकिन नजर बचाकर लोग सडकों पर घूमते रहे. कोरोना की भयावहता को जानने वालों ने कहा कि संक्रमण पर काबू पाना है तो प्रशासन को सख्ती दिखानी पड़ेगी.