समाजवादी आंदोलन के अग्रणी नेता थे शरद यादव
समाजवादी आंदोलन के अग्रणी नेता थे शरद यादव
समाजवादी विचारक शरद यादव की दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित सहरसा . जिला परिषद प्रांगण में जिप उपाध्यक्ष सह राजद प्रदेश महासचिव धीरेंद्र यादव के आवास पर सामाजिक न्याय के पुरोधा महान समाजवादी विचारक शरद यादव की दूसरी पुण्यतिथि पर रविवार को उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता राजद जिलाध्यक्ष प्रो. मो. ताहिर ने की. राजद के पूर्व विधायक अरुण कुमार ने कहा कि शरद यादव समाजवादी आंदोलन के अग्रणी नेता थे. वे हमेशा समाज के कमजोर वर्ग के लिए संघर्ष करते थे. सीपीआई राष्ट्रीय परिषद सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि देश के सर्वोच्च सांसद शरद यादव प्रखर समाजवादी नेता थे. केंद्र की सत्ता में बैठे भाजपा को संविधान एवं उसमें वर्णित समाजवाद, धर्मनिरपेक्ष, कल्याणकारी राज की अवधारणा पसंद नहीं है. हमें संविधान एवं लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लेना है. सीपीएम जिला सचिव रंधीर कुमार ने कहा कि शरद यादव भारतीय संसद के एक मजबूत एवं बुलंद आवाज थे. राजद प्रदेश महासचिव धनिकलाल मुखिया ने कहा कि शरद यादव ने पूरे देश में समाजवाद के विचारधारा को मजबूत करने का काम किया. भाकपा माले नेता कुंदन यादव ने कहा कि बेरोजगारी जानलेवा हो गयी है. मोदी ने नौकरी को खत्म किया. आज शरद यादव रहते तो इसके खिलाफ लड़ाई लड़ते. जिप उपाध्यक्ष धीरेंद्र यादव ने कहा कि शरद यादव मंडल मसीहा के नाम से जाने जाते थे. राजद एससी एसटी जिलाध्यक्ष भीम कुमार भारती ने कहा कि शरद यादव हमेशा गरीब, शोषित, पीड़ितों के मजबूत आवाज थे. श्रद्धांजलि सभा में राजद नेता सुरेश यादव, टुनटुन शर्मा पान, माले नेता वकील कुमार यादव, मनोज कुमार यादव, टुनटुन शर्मा, शंकर कुमार शशि, शाहनवाज़ आलम, महानगर अध्यक्ष ई कौशल यादव, सतीश शाह, गुंजन देवी, धीरज सम्राट, मनोज मगन, गीता यादव, रौशन सदगोप, दीपक यादव, मो युसूफ, राजद नेता तंजीम आलम, सोनू कुमार, मो चांद, मो जमशेद आलम सहित अन्य मौजूद थे.
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