22 जुलाई से हो रही श्रावण मास की शुरुआत, बन रहे हैं कई अद्भुत संयोग

22 जुलाई से हो रही श्रावण मास की शुरुआत, बन रहे हैं कई अद्भुत संयोग

By Prabhat Khabar News Desk | July 4, 2024 6:29 PM

समापन 19 अगस्त को, सोमवार से शुरू होकर सोमवार को खत्म होगा सावन सिमरी बख्तियारपुर. भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए पवित्र श्रावण मास की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है. इस दिन सोमवार है. श्रावण का समापन 19 अगस्त को होगा. इस दिन भी सोमवार रहेगा. इस साल सावन में पांच सोमवार व्रत होंगे. ज्योतिषाचार्यो ने बताया कि भगवान शिव का प्रिय माह सावन आषाढ़ पूर्णिमा के बाद से प्रारंभ होता है. सावन की पहली तिथि कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा होती है. श्रावण मास में सावन सोमवार व्रत, मंगला गौरी एवं सावन शिवरात्रि महत्वपूर्ण मानी जाती है. वैसे तो सावन का पूरा महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है. लेकिन सावन सोमवार का व्रत भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए विशेष माना जाता है. इस साल सावन माह का प्रारंभ सोमवार व्रत से हो रहा है एवं समापन भी सोमवार व्रत से ही होगा. आज होगी तैयारियों को लेकर बैठक जिले के कांठो बलवाहाट स्थित प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम की महिमा अपरंपार है. यहां भक्तिभाव से मांगी जाने वाली हर मुराद पूरी होती है. खासकर सावन मास में बाबा के पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. सावन में पूजा अर्चना को लेकर कांठो बलवाहाट स्थित मंदिर में व्यापक तैयारी की जा रही है. इस बार पांच सोमवारी का दुर्लभ संयोग बना है. जिसमें श्रद्धालु पूजा अर्चना कर पाएंगे. श्रद्धालुओं को इस दौरान किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए व्यापक तौर पर कदम उठाये जायेंगे. मटेश्वर धाम न्यास समिति अध्यक्ष सह पूर्व विधायक अरुण यादव ने बताया कि तैयारियों को लेकर शुक्रवार को मटेश्वर धाम परिसर मे एक बैठक बुलाई गयी है. दोपहर तीन बजे बैठक होगी. बैठक की सूचना अनुमंडल प्रशासन को भी दे दी गयी है. इस वर्ष होंगे पांच सोमवारी सावन माह की पहली सोमवारी 22 जुलाई को होगी. जबकि दूसरी सोमवारी 29 जुलाई, तीसरी सोमवारी पांच अगस्त, चौथा सोमवारी 12 अगस्त एवं पांचवी सोमवारी 19 अगस्त को होगा. इस दिन ही सावन माह संपन्न होगा. इस साल चार मंगला गौरी व्रत इस वर्ष पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई, दूसरा मंगला गौरी व्रत 30 जुलाई, तीसरा मंगला गौरी व्रत 06 अगस्त, चौथा मंगला गौरी व्रत 13 अगस्त को होगा. दो अगस्त को मनेगी शिवरात्रि इस बार की सावन शिवरात्रि दो अगस्त शुक्रवार को मनाई जायेगी. वैदिक पंचांग के अनुसार सावन कृष्ण चतुर्दशी तिथि दो अगस्त शुक्रवार के दोपहर तीन बजकर 26 मिनट से प्रारंभ होगी एवं यह तिथि तीन अगस्त शनिवार को दोपहर तीन बजकर 50 मिनट पर खत्म होगी.

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