पंचायत के विभिन्न मुद्दों पर मुखिया कर रहे आमसभा का आयोजन

आमसभा में पूर्व में ग्रामीणों की उपेक्षा कर उग्रतारा न्यास के गठन

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2024 7:03 PM

अधिकारियों को प्रेषित किया आवेदन महिषी आगामी 8 सितंबर को पंचायत के विभिन्न मुद्दों पर महिषी उत्तरी पंचायत की मुखिया सोनी देवी के द्वारा आमसभा का आयोजन किया जा रहा है. मुखिया ने जानकारी देते बताया कि आमसभा में पूर्व में ग्रामीणों की उपेक्षा कर उग्रतारा न्यास के गठन व वर्तमान न्यास समिति के द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं पर विस्तृत चर्चा होगी. प्रसिद्ध मीमांसक आचार्य मंडन मिश्र के स्थलीय विकास के नाम पर गुमनाम व्यक्ति के द्वारा अवैध वसूली कर स्थल को बदनाम करने, आगामी परिसीमन में महिषी गांव को महिषी विधानसभा में सम्मिलित किये जाने, उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव के आयोजन तिथि में बदलाव किये जाने व आयोजन में ग्रामीणों की सहभागिता सुनिश्चित कराये जाने, मंदिर परिसर स्थित पुस्तकालय भवन को पंचायत के अधीन सुपुर्द किये जाने, सार्वजनिक स्थलों व ग्रामीण सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराये जाने, भूमि सर्वे की जानकारी से आमलोगों को अवगत कराने पर ग्रामीणों से संवाद होगा. मुखिया ने आमसभा में लिए जानेवाली निर्णयों से संबंधित जानकारियों का प्रतिवेदन प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी, सदर एसडीओ, पुलिस अधीक्षक सहित स्थानीय अधिकारियों को प्रेषित किया है. ………………………………………………………………………………………… रौशन ने संभाली पतरघट थाने की कमान पतरघट व पदस्थापित थानाध्यक्ष रौशन कुमार ने बुधवार को पतरघट थाना में थाना अध्यक्ष के पद पर योगदान किया. उन्होंने स्थानांतरित थाना अध्यक्ष पुनि प्रभाकर भारती से प्रभार का आदान-प्रदान किया. इस दौरान नवपदस्थापित थाना अध्यक्ष रौशन कुमार ने कहा कि थाना क्षेत्र में अमन चैन के साथ-साथ शांति व्यवस्था बनाये रखना उनकी पहली प्राथमिकता होगी तथा शराब माफिया एवं नशेड़ियों सहित कानून को हाथ में लेने वाले के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा. थाना अध्यक्ष ने कहा कि आम लोगों की समस्या के समाधान में बिचौलियागिरी उन्हें पसंद नहीं है. थाना अध्यक्ष ने कहा कि थाना परिसर में बिना काम के आवाजाही की जरूरत नहीं है. पदभार ग्रहण के दौरान पस्तपार थानाध्यक्ष पंकज कुमार यादव, एसआई विकास कुमार सिंह, पीएसआई प्रशांत कुमार, नंदन कुमार, प्रशांत कुमार, मुंशी रवि कुमार, गुड़िया कुमारी सहित अन्य मौजूद थे. ……………………………………………………………………………. कम्युनिस्ट पार्टी कार्यकर्ताओं ने 16 सूत्री मांग को लेकर किया प्रदर्शन नवहट्टा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अंचल परिषद के आह्वान पर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर धरना प्रदर्शन का आयोजन सोलह सूत्री मांगों के समर्थन में किया गया. प्रदर्शन नवहट्टा दुर्गा स्थान परिसर से निकालकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया. प्रदर्शनकारी नगर पंचायत की जर्जर सड़कों का निर्माण, महंगाई रोको बांधो दाम नहीं तो होगा चक्का जाम, बढ़ते अपराध पर रोक लगाओ, भूमिहीनों को बासगीत का पर्चा दो, पर्चाधारी को कब्जा दिलाओ, जनकल्याणकारी योजनाओं में लूट पर रोक लगाओ, प्रखंड सह अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाओ सहित अन्य नारे लगा रहे थे. सभा को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि कमरतोड़ महंगाई से आम जन त्रस्त हैं. खाने पीने, दवा, दाल, सब्जी आदि के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. काम की तलाश में मजदूरों का पलायन जारी है. सरकार की नीतियों से गरीबों और अमीरों के बीच की खाई बढ़ रही है. सभा की अध्यक्षता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अंचल मंत्री रामविलास साह ने की. सभा समाप्ति के बाद मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी को समर्पित किया गया. …………………………………………………………………………………………… समय रहते कटाव से बचाव नहीं किया गया तो कई गांव कोसी की भेंट चढ़ जाने की संभावना : ओमप्रकाश सलखुआ सलखुआ अंचल में कोसी नदी किनारे बसे कई गांवों में कोसी नदी के किनारे के खेतों में भूमि कटाव के चलते किसान चिंतित हैं. राहत है कि अभी गांव के पास कटाव नहीं पहुंचा है, लेकिन कटाव जारी रहा तो जल्दी ही लोगों के घर को भी कोसी अपना निवाला बना लेगी. कोसी तटबंध के पिपड़ा, कमरा डीह, चानन, डेंगराही, सम्हारखुर्द के कबीरपुर, अलानी के अंदर भूमि कटाव से फसलों को नुकसान हो रहा है. परेशान किसान पहले भी कई बार प्रशासन से कटाव के रोक थाम की मांग कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांग पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हालांकि पिपडा, कमराडीह गांव का अस्तित्व 2017 में ही कटाव की भेंट चढ़ समाप्त हो गया है. पिपड़ा एवं कमराडीह के लोग पूर्वी कोसी तटबंध पर 2017 से ही शरण लिए हुए हैं. उसी गांव के निवासी उमेश चौधरी अंचल सचिव भाकपा ने बताया कि 2023 में पिपड़ा एवं कमरा डीह की कुछ जमीन नदी के उस पार निकली थी. जिसपर लोग टाट फूस का एक बथान रूपी घर बना मवेशी पालन तथा खेती बाड़ी कर रहे थे. लेकिन एक माह पूर्व कोसी के नदी में जल स्तर बढ़ने से सभी का घर कोसी में समा गया था. फिलहाल लोग आशा में है कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को पुनर्वासित करे. भाकपा के राज्य समिति के सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने सरकार से मांग की है कि जल्द ही नदी का रुख को देखते काट रही भूमि बचाव की व्यवस्था, विस्थापितों का पुनर्वास मिले. जिस-जिस गांव के पास नदी नजदीक पहुंच गयी है, उस गांव को बचाने के लिए मुक्कमल व्यवस्था हो.

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