समारोह पूर्वक उत्सवी माहौल में मना ईस्ट एन वेस्ट का स्थापना दिवस प्रतिनिधि, सहरसा स्थानीय ईस्ट एन वेस्ट का दो दिवसीय स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ उत्सवी माहौल में आयोजित किया गया. समारोह के दूसरे दिन शुक्रवार को संस्थान के पंद्रहवें स्थापना दिवस के अवसर पर समारोह का उद्घाटन पड़ोसी देश नेपाल से धनकुटा मल्टी कैंपस प्रमुख त्रिभुवन विश्वविद्यालय से होमबहादुर बैसनेट, विशिष्ठ अतिथि मधेपुरा लोकसभा के सांसद प्रतिनिधि मो अंजुम हुसैन, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व डीन छात्र कल्याण डाॅ नवीन कुमार के साथ-साथ धनकुटा कैंपस अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजीत कुमार सिंह, प्राध्यापक राजन पौडूल सहित ईस्ट एन वेस्ट फाउंडेशन पटना के चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन, प्राचार्य डॉ नागेन्द्र कुमार झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. ईस्ट एन वेस्ट के पंद्रह वर्षो के स्वर्णिम अतीत के अवसर पर धनकुटा मल्टी कैंपस चीफ होमबहादुर बसनैट ने अपने संबोधन में कहा कि ईस्ट एन वेस्ट के सफर में यहां की संस्कृति और शैक्षणिक वातावरण बहुत ही अनुकरणीय है. उन्होंने बिहार व नेपाल की एजुकेशन पाॅलिसी पर चर्चा करते हुए यहां के शिक्षण-प्रशिक्षण की खूब प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के गुणवत्तापूर्ण शिक्षण को लेकर संस्थान के चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन के कार्य प्रणाली की तारीफ की. उन्होंन कहा कि ईस्ट एन वेस्ट और त्रिभुवन विश्वविद्यालय धनकुटा कैंपस के बीच हुए एमओयू से दोनों ही देश के शिक्षण-प्रशिक्षण के आदान-प्रदान को लेकर बहुत लाभ मिलेगा. इस अवसर पर मौजूद सांसद प्रतिनिधि अंजुम हुसैन ने कहा कि इस महाविद्यालय के स्थापना काल से लेकर अब तक के स्वर्णिम सफर का वे स्वयं साक्षी रहे हैं. उन्होंने कहा कि डाॅ रजनीश रंजन के पंद्रह साल के संघर्ष और मजबूत इरादे के कारण यहां से निकले छात्र-छात्रा विभिन्न विद्यालयों में सरकारी सेवक बन महाविद्यालय को गौरवान्वित कर रहा है. भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व डीन छात्र कल्याण डाॅ नवीन कुमार ने कहा कि यह महाविद्यालय अपने स्थापना काल से ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रशिक्षण के कारण विश्वविद्यालय स्तर पर यहां के छात्र-छात्रा बेहतर सफलता को लगातार अर्जित कर रहा है. धनकुटा कैंपस के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजीत कुमार सिंह व राजन पौडूल ने ईस्ट एन वेस्ट के पंद्रह साल के बेमिसाल सफर व चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन के संघर्ष की चर्चा करते हुए ईस्ट एन वेस्ट के शिक्षण-प्रशिक्षण कार्य की जमकर तारीफ की. चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन ने आगत अतिथियों का स्वागत व सम्मान करते हुए ईस्ट एन वेस्ट के पंद्रह साल के सफर की चर्चा करते हुए कहा कि संघर्ष के रास्ते ही बड़ी मुश्किल से कामयाबी मिलती है. उन्होंने कहा कि ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के पंद्रह साल के स्वर्णिम सफर में कोसी क्षेत्र के सभी अभिभावक व हमारे सभी पूर्ववर्ती छात्राध्यापक व छात्राध्यापिकाएं साक्षी बन इस संस्थान को आगे बढ़ाने में अपना-अपना योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि ईस्ट एन वेस्ट आज सोलह वर्ष में प्रवेश कर रहा है. निश्चित यह इस संस्थान के लिए स्वर्णिम काल है .क्योंकि सेंट्रल संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली से संस्थान को पीजी कोर्स के साथ-साथ डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में मान्यता मिलना गौरव की बात है. इससे पूर्व सभी अतिथियों को संस्थान की ओर से पाग, चादर, पुष्पगुच्छ के साथ साथ सहभागिता प्रशस्ति पत्र भेंट कर स्वागत व सम्मान किया गया. प्राध्यापक प्रमुख डाॅ प्रियंका पांडेय ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत भाषण प्रस्तुत कर सभी के प्रति आभार व्यक्त किया. समारोह के दूसरे रोज भी अतिथियों के सम्मान में महाविद्यालय की छात्राध्यापिका स्वीटी, शिल्पी, वर्षा, गार्गी, स्वीटी, आरती ने एक से बढ़कर एक खुबसूरत गीत संगीत और लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से स्थापना दिवस को काफी यादगार बना दिया. धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के बीएड द्वितीय वर्ष की छात्राध्यापिका खुशी द्वारा प्रस्तुत किया गया. फोटो – सहरसा 20 – कार्यक्रम का उद्घाटन करते चेयरमैन सहित अन्य. फोटो – सहरसा 21 – स्वागत गीत प्रस्तुत करती छात्राएं. नोट – विज्ञापन से संबंधित है, बेहतर ढ़ंग से लगा देंगे.
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