सहरसा. पिछले कुछ दिनों से लगातार धूप के खिलने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली थी. वहीं मंगलवार से एकाएक मौसम के बदलने से लोग घर में दुबकने को मजबूर हो गये. यह हालत दूसरे दिन बुधवार को भी बनी रही. दूसरी बार ठंड फिर से विकराल रूप अख्तियार कर रही है. चौक चौराहों पर बंद हो चुके अलाव एक बार फिर से जल उठे हैं. जिससे जिले में एक बार फिर से कड़ाके की ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. तापमान जहां न्यूनतम 10 डिग्री तक जा पहुंच गया है. वहीं इस पर बह रही पछुआ हवा से गरीबों का जीना मुहाल हो गया है. सरकारी राहत के नाम पर अलाव की व्यवस्था नहीं है. अपने बूते कुछ लोग चौक चौराहे पर अलाव की व्यवस्था कर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं मौसम विभाग ने अगले 20 जनवरी तक कडाके की ठंड की संभावना जतायी है. वहीं गेहूं की फसल को बढ़ते ठंड से काफी लाभ पहुंचा है. जबकि मक्का, चना, मसूर एवं सरसों की फसल को क्षति होने की संभावना बन रही है. मौसम पुर्वानुमान के अनुसार अगले चार दिन सुबह में कुहासा के साथ शीतलहर चलने की संभावना है. इस दौरान पछुआ हवा चलने के कारण कोल्ड डे जैसा मौसम रहने का अनुमान है. किसान से मक्का की फसल में निकाईं- गुडाई के बाद सिंचाई करने की सलाह दी गयी है. राजमा एवं आलू की फसल को पाला से बचाने के लिए इंडोफिल एम पानी में मिलाकर स्प्रे करने एवं आम के पौधों में मधुआ कीट की निगरानी करने की सलाह दी गयी है.
तेज हवा से बढ़ी परेशानी
पहले जहां कडाके की ठंढ के बीच दोपहर में धूप खिलने से आम लोगों को थोड़ी राहत मिल रही थी. वहीं पछुआ हवा के कारण बढे ठंड ने लोगों में घरों में कैद होने को विवश कर दिया है. अन्य दिनों की भांति सड़कों पर आवाजाही काफी कम रही. अगवानपुर कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विभाग के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि मौसम में आये बदलाव को लेकर अगले 20 जनवरी तक ठंड रहने की संभावना है. सोमवार को जहां अधिकतम तापमान 19 डिग्री रहा. वहीं न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रहा. उन्होंने कहा कि अगले तीन दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट की संभावना है. तेज पछुआ हवा से मौसम पूरी तरह सर्द रहेगा.
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