एक लाख 89 हजार की आबादी वाले सलखुआ प्रखंड में एक भी अग्निशमन विभाग की गाड़ी नहीं, मार्च से अब तक अगलगी की हो चुकी है दर्जनों घटनाएं
वशिष्ठ, सलखुआ.एक लाख 89 हजार की आबादी वाले सलखुआ प्रखंड में एक भी अग्निशमन विभाग की गाड़ी नहीं है. माह मार्च के शुरू होते ही सलखुआ प्रखंड में अब तक कई जगह भीषण अगलगी की घटना हो चुकी है. जिसमें गरीब परिवार का सबकुछ जलकर खाक हो चुका है. इन दिनों प्रचंड गर्मी पड़ रही है. ऐसे में अगर तपती धूप में कहीं थोड़ी सी भी चूक हुई तो एक चिंगारी गरीबों के आशियाने को जलाकर खाक कर देती है. अगर कहीं आग लगती है तो लोग सबसे पहले आग पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड को सूचना देते हैं. लेकिन ताज्जुब की बात है कि सलखुआ प्रखंड में अग्निशमन की एक भी गाड़ी नहीं है. अग्निशमन की गाड़ी नहीं रहने से अगलगी की घटना होने से परेशानी बढ़ जाती है. जिसके कारण लोगों का सबकुछ जलकर स्वाहा हो जाता है. प्रखंड में एक भी अग्निशमन विभाग की और गाड़ी नहीं रहने से जबतक में अनुमंडल मुख्यालय से सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचती है, तब तक सबकुछ जल कर खाक हो जाता है. ताज्जुब की बात है कि प्रखंड में अगर अगलगी की घटना होती है आग लगने पर तुरंत काबू नहीं पाया जा सकता है. जिसके कारण अधिकांश मामलों में आग जब गरीबों के आशियाने व सबकुछ स्वाहा कर चुकी होती है तब फायर ब्रिगेड की गाड़ी सिर्फ राख को ठंडा करने पहुंचती है, वहीं साधन के अभाव में कहीं मुख्यालय से दूर कोसी तटबंध के अंदर फरकिया दियारा में कहीं बड़ी आगजनी की घटना हो जाये तो फिर उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है. सलखुआ प्रखंड क्षेत्र के 11 पंचायतों में अग्निशमन की व्यवस्था नहीं है. अगलगी की घटना पर अनुमंडल मुख्यालय से दमकल की गाड़ी पहुंचती है. दूरी ज़्यादा होने की वज़ह से घटनास्थल पर दमकल पहुंचने में काफी वक्त लग जाता है तबतक सब कुछ स्वाहा हो जाता है. इसे लेकर गावां में अग्निशमन वाहन और कर्मी की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन इस दिशा में आज तक कोई पहल नहीं की गयी है. दिसंबर से लेकर जून तक आग लगने की घटना ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर होती है. जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जिला मुख्यालय से आग पर नियंत्रण करना आसान काम नहीं होता है.जनप्रतिनिधियों ने मिलाये सुर से सुर
भाकपा नेता ओमप्रकाश नारायण ने कहा सलखुआ प्रखंड में आवागमन की कठिनाई है. इस इलाके में बराबर आगजनी की घटनाएं होती रहती है. काफी जान-माल की क्षति हो रही है. उसके बावजूद भी प्रखंड मुख्यालय में अग्निशामक वाहन का नहीं होना चिंता का विषय है. सलखुआ पूर्वी की जिला परिषद सदस्य सह जिप अध्यक्ष किरण देवी कहा कि सलखुआ प्रखंड पिछड़ा व जिला मुख्यालय से काफी दूर है. सलखुआ मेरा गृह प्रखंड है. यहां अग्निशामक की वाहन रहना अति आवश्यक है. ताकि आगलगी पर काबू पाया जा सके. जिप सदस्य पश्चिमी अनिल भगत ने कहा कि सलखुआ प्रखंड में अगलगी की घटना होती रहती है. गांव में एक भी दमकल वाहन नहीं होना चिंता का विषय है. जबकि प्रखंड प्रमुख संगीता संगम कहा कि प्रखंड में अग्निशमन दस्ता की व्यवस्था होनी चाहिए. जिससे समय रहते आग पर काबू पाया जा सके.