बेअसर रहा विशेष लॉकडाउन का पहला दिन, बेखौफ आते-जाते रहे लोग
बेअसर रहा विशेष लॉकडाउन का पहला दिन, बेखौफ आते-जाते रहे लोग
सहरसा: कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन ने नगर परिषद क्षेत्र में 12 से 16 तक विशेष लॉकडाउन लगाया. लेकिन लॉकडाउन का पहला दिन बेअसर रहा. सिर्फ दुकानें बंद रही और सार्वजनिक वाहन पर ब्रेक लगा रहा. लेकिन सड़कों पर आमलोगों की सामान्य रूप से आवाजाही होती रही. सभी सड़कों पर निजी वाहन दौड़ते रहे. यात्रियों से भरी ई-रिक्शा भी लगातार दौड़ लगाती रही. लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर चलने वाले लोगों में मास्क के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखी और न ही सोशल फिजिकल डिस्टैंस की कोई जरूरत समझ रहे थे. हालांकि सभी चौक-चौराहों पर पुलिसकर्मिर्यों की तैनाती थी. लेकिन वे भी इस बार किसी खास एक्शन में नहीं थे. बगैर मास्क और निर्धारित क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने पर भी कोई सख्ती नहीं हुई. नगर परिषद क्षेत्र सील होने के बाद भी दूसरे प्रखंड अथवा दूसरे जिलों से बाइक, ऑटो से लेकर कार और स्कॉर्पियो आती-जाती रही.
रविवार व वर्षा के कारण कम निकले लोग
लॉकडाउन के दौरान विभिन्न चौक-चौराहों पर मौजूद पुलिसकर्मियों व अधिकारियों ने आवाजाही करने वाले कुछ लोगों को रोका. लेकिन आने-जाने का कारण पूछ फिर उसे आगे बढ़ा दिया गया. लोगों में लॉकडाउन वन की तरह खाकी का कोई खौफ नहीं दिखा. हालांकि रविवार होने व सुबह से वर्षा होने के कारण सड़कों पर आवाजाही से थोड़ी कम अवश्य थी. लेकिन सड़कों पर दो चक्के वाहन से लेकर चार चक्के वाहन बेखौफ दौड़ते रहे. कुछ छोटे सवारी वाहनों पर भर कर लोग आते-जाते दिखे. इन पर लॉकडाउन का कोई खौफ नहीं दिखा. बढ़ते कोरोना संक्रमण एवं विभिन्न व्यावसायिक एवं अन्य संगठनों द्वारा जिले में लॉकडाउन पर दी गयी सहमति के आधार पर डीएम ने शहरी क्षेत्र में पांच दिनों का लॉकडाउन किया है. यह लॉकडाउन केंद्र सरकार के लॉकडाउन वन के तर्ज पर किया गया है. लेकिन पहले दिन यह निष्प्रभावी रहा.
दुकानदारों ने बढ़ा दिये कई सामान के दाम
अन्य दिनों की तरह सुबह में सब्जी मंडी में भीड़ जुटी थी. जिसे ट्रैफिक पुलिस ने हटाया. अधिकारियों ने जायजा ले सभी दुकानदारों को अधिक कीमत नहीं लेने एवं दुकान के आगे रेट लिस्ट लगाने का सख्त निर्देश दिया. लोगों की शिकायत पर थोक व्यापारियों को भी कड़ी हिदायत दी गयी. इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की कमी के अफवाहों के चलते किराना सामान एवं सब्जियों की थोक खरीदारी करने लगे. लोगों के थोक खरीदारी करने एवं बढ़ते डिमांड पर खुदरा विक्रेताओं ने एकबारगी कीमतों को बढ़ा दिया है. जिससे आमलोग परेशान होने लगे. इसकी शिकायत जिला प्रशासन को होने के बाद तत्काल ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई के लिए सदर एसडीओ शंभूनाथ झा, सदर एसडीपीओ सड़कों पर उतरे एवं लॉकडाउन को सफल बनाने में जुट गए. इस दौरान उन्होंने किराना खाद्य सामग्रियों की दुकानों, दवा दुकानों के अलावे खुले अन्य दुकानों को बंद कराया. अनावश्यक रूप से सड़कों पर वाहन के परिचालन पर भी रोक लगाते हुए वाहन चालकों को घरों में रहने की हिदायत दी.
पान मसालों की कालाबाजारी शुरू
आवश्यक सेवा के तहत जिला मुख्यालय में लगभग सभी किराना दुकान खुले रहे. इस दौरान सुबह से ही लोगों की भीड़ किराना दुकानों में भीड़ बनी रही. लोग एकबारगी थोक में सामान खरीदते देखे गये. ग्राहकों के बढ़ते दबाव से दुकानदारों की भी कहीं-कहीं चांदी कटी. दुकानदार ग्राहकों से कुछ सामान की अधिक कीमत भी वसूलते रहे. सामान की कमी का भय दिखाकर दुकानदार तेल, चावल, दाल चीनी की कीमत भी पूर्व की अपेक्षा बढ़ा दिया गया था. जिला प्रशासन कालाबाजारी रोकने एवं अधिक कीमत ग्राहकों से नहीं लेने को लेकर प्रत्येक किराना दुकानदारों को हिदायत देता रहा. शनिवार से ही पान मसाला और गुटखों की कालाबाजारी शुरू हो गई है. दुकानदार दुकान के बाहर खड़े रहकर ऊंची कीमत पर पान मसाला व गुटखा उपलब्ध कराते रहे.
मंदिरों में लटके रहे ताले
जिले को लॉक डाउन की घोषणा के बाद मंदिरों का पट अगले पांच दिनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है. इस दौरान सिर्फ मंदिर के पुजारी मंदिर ही पूजा के लिए अधिकृत किए गए हैं. जबकि अन्य किसी भी श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का मुख्य दरवाजा पूरी तरह बंद कर दिया गया है. हालांकि कोरोना वायरस के खतरे को भांपते हुए श्रद्धालु भी दिनभर मंदिरों तक नहीं पहुंचे. जिला मुख्यालय के मत्स्यगंधा स्थित रक्तकाली चौसठ योगिनी मंदिर, शंकर चौक स्थित शिव मंदिर, महावीर चौक स्थित बजरंगबली मंदिर, सब्जी मंडी स्थित श्रीबड़ी दुर्गा मंदिर सहित सभी मंदिरों के पट पूरी तरह बंद रहे. यहां श्रद्धालुओं की संख्या पूरी तरह नदारद रही.