महंगाई, भ्रष्टाचार, पुलिसिया जुल्म व आतंक, दाखिल खारिज एवं विकास कार्यों में मनमानी का आरोप सीपीआई का प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन सलखुआ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई, भ्रष्टाचार, पुलिसिया जुल्म व आतंक, दाखिल खारिज एवं विकास कार्यों में मनमानी सहित ज्वलंत समस्याओं को लेकर शुक्रवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान महावीर स्थान चौक से सलखुआ बाजार होते हुए प्रखंड कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला. जिसके बाद कार्यालय परिसर में एक आमसभा का आयोजन किया गया. सभा को संबोधित करते भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि महंगाई की मार से आम जनता त्रस्त है. बेरोजगारी जानलेवा है. रोजगार की तलाश में पुरुष सहित महिलाओं का पलायन जारी है. विधि व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर है. वहीं स्थानीय मुद्दा तो मुंह खोले खड़ी है. प्रखंड क्षेत्र में व्याप्त अपराध, पुलिसिया जुल्म एवं आतंक का बोलबाला बना हुआ है. उन्होंने संबोधन ने कहा कि सलखुआ एवं चिरैया पुलिस की कार्यशैली से आमजन त्रस्त हैं. 28 मार्च को सितुआहा गांव में घटित घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि सलखुआ थाना में मामला दर्ज करना एक तरफा कार्रवाई है. जो न्याय संगत नहीं है. घटना के बाद चुनाव आचार संहिता में इलाके के निर्दोष नागरिकों पर पुलिस द्वारा कहर बरपाया गया है. इस घटना के मुख्य दोषी थाना अध्यक्ष को बताते आपराधिक मुकदमा दर्ज कर विभागीय कानून कार्रवाई की मांग की है. चिरैया थाना प्रभारी पर मनमानी करने का आरोप लगाते कहा गया कि बिचौलियों की साथ जनता का दोहन किया जाता है. वहीं अंचल कार्यालय में जमीन के दाखिल खारिज में घोर अनियमितता एवं लूट है. जमीन विवाद थाना व अंचल के लिए सोने की अंडा देने वाली मुर्गी साबित हो रही है. उन्होंने भूमिहीनों को बास, जरूरतमंदों को आवास, वृद्धजनों को पेंशन व भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग की. साथ ही किसानों को बिचड़ा एवं डीजल अनुदान राशि का भुगतान करने, पंचायत प्रतिनिधियों को जल्द से जल्द बकाया मानदेय का भुगतान करने सहित अन्य मांगे शामिल है. सभा को का ओमप्रकाश नारायण के अलावे राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रमोद प्रभाकर, राज्य नेता जितेंद्र कुमार, जिला सचिव परमानंद ठाकुर, राज्य परिषद सदस्य विजय कुमार पांडे ने संबोधित किया. प्रदर्शन करने वालों में अंचल सचिव उमेश चौधरी, अमर कुमार पप्पू, सुरेंद्र महतो, सच्चिदानंद राम, शंकर यादव, रामशरण यादव, टुनटुन चौधरी, राजा जी भगत, रामाशीष साह, अमरजीत महतो, घनश्याम महतो, नाथो महतो, अनिल महतो सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे. आई नेता ओमप्रकाश नारायण
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है