बिना निबंधित व्यापारियों के हाथ धान बेच रहे हैं किसान प्रतिनिधि, सौरबाजार सहकारिता विभाग द्वारा सरकारी दरों पर किसानों के धान खरीदने की जिम्मेदारी पैक्स को दी गयी है, लेकिन इस बार हुए चुनाव में सौरबाजार प्रखंड के आधे से अधिक पंचायतों में पैक्स अध्यक्ष और प्रबंधन समिति बदल चुके हैं. ऐसे में नयी समिति और अध्यक्ष को प्रभार मिलने समेत अन्य प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. जिसके कारण किसानों की धान खरीद की गति धीमी पड़ी है. जिन पंचायत के अध्यक्ष अपनी सीट बचाने में कामयाब हो गये हैं, उन्हें धान खरीद में ज्यादा परेशानी नहीं आयेगी. ऐसे में किसान निराश होकर अपने तैयार धान को गांव में घुम रहे बिना निबंधन कराये बिचौलिया किस्म के व्यापारियों के हाथ औने पौने दामों में बेचने को विवश हैं. इन व्यापारियों के तराजू बटखारा और कांटा के माप की भी कोई गारंटी नहीं है. ये किसानों को वजन में भी चूना लगाते है. सौरबाजार में एक दर्जन से अधिक बिना निबंधन के धान खरीदने वाले थोक व्यापारी हैं, जो छोटे-छोटे व्यापारियों का धान खरीदते हैं. इनके तराजू बटखारा की आजतक माप तौल विभाग द्वारा जांच नहीं की गयी है. ऐसे व्यापारियों पर विभाग को चिह्नित कर कार्रवाई करने की जरूरत है. जिससे भोले भाले किसान ऐसे व्यापारियों के हाथ अपना अनाज बेचने और ठगाने से बच सके. स्थानीय प्रखंड, अंचल और थाना प्रशासन को भी ऐसे बिना निबंधन के चल रहे बिचौलिया किस्म के व्यापारियों की जांच कर उन पर लगाम लगाने की जरूरत है. जिससे अन्नदाता ठगी से बच सके. इस मामले में बीसीओ कैलाश कुमार कौशल ने बताया कि जहां प्रबंधक बदला गया है. वहां नये सिरे से प्रबंधक का चयन करने की प्रक्रिया चल रही है. कुछ जगहों पर मामला सुलझा लिया गया है. कुछ पंचायतों में अड़चने आ रही है. इस स्थिति में उन पंचायतों को बगल के पंचायत में शिफ्ट कर धान खरीद होगी.
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