शहरी क्षेत्र में अधूरा नाले के कारण जल-जमाव की बढ़ गयी है समस्या
शहरी क्षेत्र में अधूरा नाले के कारण जल-जमाव की बढ़ गयी है समस्या
सड़क पर बह रहा गंदा पानी,आरसीडी ने सड़कों के नाला को नगर निगम को किया हैंडओवर प्रतिनिधि, सहरसा शहरी क्षेत्र में जल-जमाव का मुख्य कारण कहीं नाला निर्माण अधूरा है तो कहीं एक नाला से दूसरे नाला को जोड़ा तक नहीं गया है. जिससे मॉनसून की बारिश से जल-जमाव की समस्या शहरी क्षेत्र में बनी हुई है. शहर के विभिन्न आठ सड़कों में बनाये गये नाला अब तक अधूरा पड़ा हुआ है. अब ऐसे अधूरे नाला को पूर्ण कराने की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंप दी गयी है. आरसीडी द्वारा सभी आठ नाला को नगर निगम को हैंडओवर कर दिया गया है. पीडब्ल्यूडी के अभियंता के अनुसार दिशा की हुई बैठक में लिए गये निर्णय के तहत शहर के सभी नाला को नगर निगम को सुपूर्द कर दिया गया है. अब नाला को सही कर जलनिकासी की व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है. लेकिन अब तक इसपर किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार वर्षों पूर्व सड़क निर्माण के साथ साथ दोनों किनारे नाला निर्माण भी शुरू किया गया था. पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क तो बना दिया गया. लेकिन नाला निर्माण में काफी उदासीनता बरती गयी. कई वर्षों बाद भी एक दो नाला को छोड़ सभी नाला का कार्य अधूरा रह गया. जबकि सभी नाला काफी महत्वपूर्ण है. इन सभी नालों की नये सिरे से निर्माण कर पानी बहाव के लिए एक दूसरे से जोड़ दिया जाये तो जल जमाव की समस्या काफी हद तक समाप्त हो सकती है एवं लोगों को बडी राहत मिल सकती है. मुख्य बाजार में बना नाला है अधूरा पीडब्ल्यूडी द्वारा शहर के दहलान चौक से सराही जाने वाली सड़क में कई वर्षों तक नाला निर्माण कार्य किया गया. इसके बाद भी नाला का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया. नाला निर्माण नहीं होने एवं लाखों खर्च के बाद भी नाला से लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है. पीडब्ल्यूडी के संवेदक ने नाला निर्माण कार्य को छोड़ दिया है. अब स्थिति यह है कि इस सड़क में जगह जगह जल जमाव लगा रहता है. जिससे शहरवासियों को काफी परेशानी हो रही है. कहीं सडक में नाला बना भी दिया गया है. लेकिन पानी कहां निकलेगा, इसकी अभी तक कोई योजना नहीं है. विभिन्न जगहों में निकासी है ठप शहर के रिफ्यूजी चौक से सराही मोड़ होते नया बाजार तक नाला निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. इस सड़क में टुकडों में कई जगह नाला बनाकर उपेक्षित छोड़ दिया गया है. जिसके कारण नाला की उपयोगिता समाप्त हो गयी है. जिससे सराही सहित अन्य जगहों पर सड़क पर पानी जमा रहता है. जबकि यह शहर के लिए सबसे महत्वपूर्ण नाला है. इस नाला के बनने से जलनिकासी की बेहतर सुविधा मिलती. लेकिन अब अधूरा नाला परेशानी का सबब बना हुआ है. नाला में जमा कचडे़ से नहीं हो रही जल निकासी कचहरी ढाला से महाराणा प्रताप चौक होते पासवान टोला तक पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाया गया है. जबकि नाला बेकार पड़ा हुआ है. नाला एवं सड़क की दूरी कई फीट दूर रहने से नाला में पानी नहीं जाकर सड़क पर पानी जमा रहता है. खासकर इस नाला का पानी बहाव की योजना नहीं बनाई गयी है. जिससे पासवान टोला नाला का पानी बायपास सड़क किनारे जमा रहता है. मीरटोला सड़क में नाला को ढंक दिया गया मीरटोला में स्व डाॅ बीएन मिश्रा क्लिनिक वाली सड़क में नाला निर्माण के लिए मिट्टी खुदाई की गयी थी. लेकिन नाला नहीं बना कर ढंक दिया गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क में नाला नहीं रहने से काफी परेशानी होती है. सालों भर गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है. इस बाबत कार्यपालक अभियंता आरसीडी भरत लाल ने कहा कि शहर के सभी नाला को नगर निगम को हैंडओवर कर दिया गया है. अब नाला निर्माण एवं पानी निकासी की व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है. इसमें आरसीडी की कहीं भूमिका नहीं है. फोटो – सहरसा 03 – गंगजला चौक पर सडक पर बहता नाले का पानी फोटो – सहरसा 04 – न्यू काॅलोनी सत्संग मंदिर के पीछे जलजमाव
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