सर्दी का सितम. लगातार भीषण ठंड से बढ़ी लोगों की कठिनाइ, अगले तीन दिनों तक ठंड रहेगी जारी प्रतिनिधि, सहरसा मौसम के बदले मिजाज से जिले में आम जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है. बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी सूरज के दर्शन नहीं हुए. जनवरी के तीसरे सप्ताह में भी लगातार भीषण ठंड से लोग परेशान हो चुके हैं. शाम होते ही सर्द हवाएं चलने लगती है, जो लगातार ठंड को बढ़ाने का काम कर रही है. गर्म कपड़े व अलाव भी इन सर्द हवाओं का सामना नहीं कर पा रही है. बढ़ती ठंड से गरीबों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है. पिछले दो दिनों से सूर्य देवता के दर्शन नहीं होने से सुबह-शाम का फर्क मिट गया है. झुग्गी झोपड़ियों, बस स्टैंड, स्टेशन के निकट गुजर करने वाले गरीब लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार, सर्द हवाएं व ठंड का प्रकोप अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है. पिछले कई दिनों से जिले का तापमान कम रहने के कारण आम लोग परेशान हो रहे हैं. ठंड से जन जीवन अस्त-व्यस्त पिछले दो दिनों से पूरा जिला कुहासे व सर्द हवाओं की चपेट में है. दिन भर कुहासे का साम्राज्य रहने से वाहनों की रफ्तार तक थम गयी है. लोग घरों में दुबकने पर विवश हैं. गरीब से लेकर अमीर लोग भी बढ़ते ठंड के कारण परेशानी झेलने को विवश हैंं. घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. सड़कों पर आवाजाही कम हो गयी है. व्यापार पर भी इस ठंड का असर पड़ा है. सदर अस्पताल में मरीजों के साथ परिजनों को भी बढ़ते ठंड के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है. सर्द हवाओं ने मौसम को पूरी तरह ठंड में जकड़ लिया है. खासकर बस स्टैंड व स्टेशन पर पहुंचने वाले लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं. झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोग व दैनिक मजदूरों के आगे भोजन के भी लाले पड़ने लगे हैं. बढ़ती ठंड के कारण मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है. गरीबों के चूल्हे भी इस सर्द हवाओं के कारण ठंडे पड़ने लगे हैंं. अगले तीन दिन मौसम रहेंगे सर्द मौसम का मिजाज अगले तीन दिनों तक इसी तरह बने रहने की संभावना व्यक्त की गयी है. जानकारी देते अगवानपुर कृषि महाविद्यालय के मौसम विभाग के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अधिकतम 16 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 9.5 डिग्री सेल्सियस बने रहने की संभावना है. उन्होंने बताया कि कृषक गेहूं का पटवन करें. बढ़ती ठंड से आलू में झुलसा लगने की संभावना है. इसके लिए किसान खेतों में छिड़काव कर आलू की फसल को झुलसे से बचाने का कार्य करें. फोटो – सहरसा 09 – अलाव सेंकतेीं महिलाएं. फोटो – सहरसा 10 – सड़कों पर धीमी रफ्तार.
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