सहरसा . शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक चोरों का तांडव चरम पर है. चोर किसी भी सूने घर को आसानी से निशाना बना रहे हैं. ताजा मामला गुरुवार की देर रात का है. जहां चोरों ने पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के खास चचेरे भाई बटराहा कृष्णा नगर वार्ड नंबर 22/37 निवासी वीरेंद्र प्रसाद के सूने घर को ही निशाना बना चोरी की घटना को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे दी. घर के मालिक बीते एक सप्ताह से पूरे परिवार के साथ इलाज के लिए दिल्ली गए हुए हैं. जहां उन्होंने घर की देखभाल के लिए अपने ही एक रिश्तेदार जो उसी मोहल्ले के राम प्रसाद चौधरी के पुत्र बबलू चौधरी हैं उन्हें अपने घर के मुख्य द्वार की चाभी दे रखे थे. जिससे वह सुबह शाम उनके घर के मुख्य द्वार को खोलकर अंदर उनके बंद घर का ताला सही सलामत देखकर वापस लौट जाते थे. उसी दौरान शुक्रवार की सुबह जब वह उनके घर गए तो देखा कि मुख्य गेट में ताला लगा हुआ था. लेकिन अंदर घर के मुख्य द्वार सहित सभी कमरे की कुंडी कटी हुई थी. जब घर के अंदर जाकर देखा तो घर में रखा सारा सामान बिखरा पड़ा है और सभी अलमीरा और दराज खुला हुआ था. उसके बाद उन्होंने बगल के पड़ोसी अनिल सिंह को साथ लेकर घर का मुआयना किया. उसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी. उसके बाद टीओपी 2 प्रभारी पुअनि सनोज वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का जायजा लेते जांच में जुट गई. वहीं सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार भी एफएसएल टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गए. घर के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला जा रहा था. वहीं फोन से बातचीत के दौरान पीड़ित गृहस्वामी वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि घर में लाखों रुपए के जेवरात रखे थे. जिसमें तीन सोने की चेन, पांच सोने की अंगूठी, पांच जोड़ी सोने की कान की बाली, सोने की चूड़ी , दो सोने की मनटीका, सोने की कई नथिए के अलावे कुछ खुदरे नकद रुपए भी थे. वहीं उनकी पत्नी द्वारा बचाकर रखा गया नगद राशि भी था. उन्होंने लगभग 10 लाख रुपए के संपत्ति की चोरी होने का अंदाजा लगाया. उन्होंने पुलिस प्रशासन से चोरी की घटना का जल्द से जल्द उद्भेदन करने एवं चोरी हुए सामान की बरामदगी को लेकर निवेदन किया.सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि कृष्णा नगर में बंद घर में चोरी होने की सूचना मिली थी. घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की गई. वहीं सीनियर पदाधिकारी सीआईए सर के देखरेख में पर्यवेक्षण किया गया. उसके बाद एफएसएल टीम से मदद ली जा रही है. साथ ही टेक्निकल साक्ष्य एकत्रित किया जा रहा. जिसमें आस पास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है.
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