सुबह से ही श्रद्धालुओं की लगी रही भीड़
पंचमी के अवसर पर अन्य दिनों भी श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रहती है.
आदिशक्ति मां बिषहरा मंदिर दिवारी में दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालु कहरा शुक्रवार को नागपंचमी के अवसर पर आदिशक्ति मां बिषहरा मंदिर दिवारी में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की सुबह से ही भीड़ लगी रही. पंचमी के अवसर पर अन्य दिनों भी श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रहती है. लेकिन शुक्रवार को नागपंचमी के अवसर पर विशेष पूजा अर्चना का महात्म्य होने के कारण स्थानीय सहित दूर दराज के श्रद्धालु सहित अन्य भक्तों ने यहां आकर पूजा अर्चना कर अपनी मन मुराद होने की कामना की. नागपंचमी के बाद श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर आदिशक्ति मां बिषहरा मंदिर दिवारी में विशेष पूजा होती है. जहां दूर दराज के हजारों श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते हैं. जिसके कारण मंदिर परिसर दिन भर खचाखच भरा रहता है. मंदिर समिति द्वारा भी यहां श्रावण के पूर्णिमा के अवसर पर 5 दिवसीय भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित मेला का आयोजन कराया जाता है. जिसकी ख्याति दूर दूर होने के कारण दिन रात हजारों की संख्या श्रद्धालु मौजूद रहते हैं. पूजा और मेला में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए मंदिर व्यवस्थापक रामबहादुर कुमार के आवेदन पर जिला प्रशासन ने दिवारी मंदिर में रक्षा बंधन और श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले 5 दिवसीय विशेष पूजा और मेला को शांतिपूर्ण कराने के लिए कहरा अंचलाधिकारी प्रणव कुमार को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया है.फोटो – सहरसा 16 – दिवारी बिषहरा मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना करते श्रद्धालु …………………………………………………………………………………………. चारों ओर भक्तिमय माहौल, शाम में हुई रासलीला सौरबाजार नागपंचमी को लेकर क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर मां विषहरा मंदिर में पुजारियों के द्वारा भगैत लोकगाथा, भजन, कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है. आयोजित मेला में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए अधिक संख्या में सभी जगहों पर कमेटी के सदस्य तैनात किया गया था. वहीं नगर पंचायत सौरबाजार मां विषहरी मंदिर भगवती स्थान सिलेट में सुबह से पूजा करने को लेकर दूध, लावा, पान, सुपारी, मिठाई समेत अन्य पूजा सामग्री लेकर पहुंच रहे थे. जिसको लेकर पुलिस पदाधिकारी व जवान को तैनात किया गया था. जिससे चारों ओर भक्तिमय माहौल बना हुआ है. दोपहर से बलि प्रदान शुरू किया गया. प्रत्येक मंगलवार को इस बिषहरा मंदिर पर पूजा करने को दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं. कमेटी के सदस्य ने बताया कि रात्रि प्रोग्राम में रासलीला का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. मौके पर राकेश जी उर्फ बंटी झा, ललन यादव, कैलाश भगत, टहल साह, भगवान लाल साह, बिजेंद्र मंडल, सुरेश, रामचंद्र यादव, अरुण कामत, रंजय मंडल व अन्य लोगों का योगदान महत्वपूर्ण रहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है