अब तक मात्र 15 सौ एमटी धान की ही हुई है सरकारी खरीद

पैक्स चुनाव को लेकर जिले में धान की खरीद इन दिनों काफी सुस्त गति से जारी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 9:51 PM
an image

सहरसा. पैक्स चुनाव को लेकर जिले में धान की खरीद इन दिनों काफी सुस्त गति से जारी है. हालांकि, जिले के सभी प्रखंड में मंगलवार को चौथे चरण के मतदान के साथ पैक्स चुनाव संपन्न हो चुका है. इनमें 60 प्रतिशत पैक्स अध्यक्षों ने अपनी कुर्सी बरकरार रखी है, जबकि 40 प्रतिशत नये चेहरे ने चुनाव में सफलता पायी है. इस बीच किसान काफी परेशान हैं. उनके उपजे धान की खरीदारी पूरी तरह सुस्त पड़ गयी है. जिससे वे आगामी फसल गेंहू को लेकर वे अपने फसल को बाजार में औने-पौने दाम पर बेचने को विवश हो रहे हैं. व्यापारी किसानों की मजबूरी को देखते जमकर इसका लाभ उठा रहे हैं. सरकार द्वारा धान क्रय का मूल्य 2300 रुपये रखा गया है, जबकि बाजार में 15 सौ रुपये से लेकर अधिकतम 18 सौ रुपये में धान खरीदे जा रहे हैं. इसके बावजूद भी आगामी खेती व घर परिवार को चलाने के लिए अपने उपज को किसान बेचने को विवश हैं. जिले में 80 से 90 प्रतिशत तक धान की कटाई संपन्न हो चुकी है. धान के खरीदार नहीं मिलने से खुदरा व्यापारी औने-पौने दाम लगा रहे हैं. पैक्स चुनाव का कार्य अब संपन्न तो हो गया है, लेकिन खरीदारी में अब भी समय लगने की बात कही जा रही है. तब तक किसानों के यहां धान की फसल बिक चुकी होगी. अधिकतर किसानों के धान बिचौलियों के घर पहुंच चुके होंगे. ऐसे में जब धान की खरीद पैक्स से शुरू होगी तो यह लाभ बिचौलिए उठाने का कार्य करेंगे. जिले के 71 हजार हेक्टेयर में धान की फसल की गयी है. इनमें 80 से 90 प्रतिशत खेतों से धान की कटाई लगभग हो चुकी है. शेष धान की कटाई के लिए किसान जुटे हैं. आगामी फसल में लेट ना हो, इसको लेकर अभी से ही किसान चिंतित दिख रहे हैं. खेतों की जुताई तक किसान कर चुके हैं, लेकिन पैसे के अभाव में गेहूं बुआई का कार्य बाधित हो रहा है. पैक्स चुनाव को लेकर धान खरीद बाधित जिले में चार चरणों में मंगलवार को संपन्न हुए पैक्स चुनाव को लेकर जिले के किसानों की धान खरीद काफी सुस्त है. पैक्स में धान खरीदने की प्रक्रिया काफी सुस्त है. अभी मात्र 72 पैक्स व तीन व्यापार मंडल द्वारा धान की सुस्त गति से धान खरीद की जा रही है. जबकि इस वर्ष धान की अच्छी उपज हुई है. हालांकि धान खरीद का लक्ष्य अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है. जबकि पिछले वर्ष 81 हजार मैट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित था. सरकार द्वारा इस वर्ष धान का मूल्य 2300 रुपये निर्धारित किया गया है. जबकि बाजारों में 15 सौ से 18 सौ रुपये धान की कीमत लगायी जा रही है. आगामी फसल के लिए एवं अपने कर्ज को चुकाने के लिए किसान औने पौने में धान को बेचने के लिये विवश हैंं. ऐसे में आगामी फसल गेहूं, मक्का सहित अन्य तिलहन फसल के लिए किसानों को अपना धान औने-पौने दाम में बेचना पड़ रहा है. इस बाबत जिला सहकारिता पदाधिकारी जयप्रकाश सिंह ने बताया कि पैक्स चुनाव को लेकर जिले के पैक्सों में धान की खरीद धीमी है. अबतक करीब चार सौ किसानों से लगभग 15 सौ एमटी धान की खरीद की गयी है. चुनाव के बाद किसानों के धान की खरीद पैक्स द्वारा वृहत रूप में की जायेगी. करीब 80 प्रतिशत धान की हो चुकी है कटाई जिले में 71 हजार हेक्टेयर खेतों में किसानों द्वारा धान की खेती की गयी है. जिनमें 80 से 90 प्रतिशत धान की कटिंग किसानों द्वारा कर ली गयी है. धान की उपज अच्छे होने की संभावना कृषि विभाग द्वारा बतायी जा रही है. जबकि इन उपजे धानों को खरीदने वाला कोई नहीं है. धान में नमी बताकर किसानों के धान की खरीद काफी धीमी गति से हो रही है. इसका मुख्य कारण पैक्स चुनाव माना जा रहा है. जबकि राज्य सरकार ने धान खरीद को लेकर निर्देश जारी कर दिया है. जानकारी देते जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचंद शर्मा ने बताया कि जिले में 70 में 80 प्रतिशत धान की कटिंग हो चुकी है. किसान धान के कटिंग में लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि आगामी 10 दिनों के अंदर धान की कटाई जिले में पूरी हो जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version