गांव की सड़कों पर दिनभर धुल उड़ाते फर्राटे भरते है मिट्टी लदे ट्रैक्टर
गांव की सड़कों पर दिनभर धुल उड़ाते फर्राटे भरते है मिट्टी लदे ट्रैक्टर
सड़क किनारे बसे लोगों का जीना हो रहा मुश्किल सौरबाजार . ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर अवैध खनन करने वाले मिट्टी लदे ट्रैक्टर दिनभर धूल उड़ाते फर्राटे भरते रहते हैं. जिससे सड़क की स्थिति तो जर्जर हो ही चुकी है. साथ ही सड़क किनारे बसे लोगों का जीना भी हराम हो गया है. सड़क पर उड़ती धूल से घर में रखा कपड़ा, भोजन व अन्य घरेलू सामान पर पूरी तरह धूल जम रही है. लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें आ रही है. सौरबाजार प्रखंड के लगभग सभी गांवों में चिमनी संचालकों द्वारा किसान के उपजाऊ जमीन की मिट्टी पैसे का प्रलोभन देकर खरीद रहे हैं एवं उसे जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर के सहारे खनन कर मिट्टी जमा करवा रहे हैं. किसान भी पैसा के लालच में अपनी महत्वपूर्ण उपजाऊ जमीन को तीन से चार फीट गड्ढा बनाकर मिट्टी बेच रहे हैं. जिसके कारण उनके बगल के जमीन मालिकों को भी मजबूरन मिट्टी कटवाना पर रहा है. ऐसा नहीं करने पर उनका सारा मिट्टी व मेड़ टूटकर बगल के खेत में चला जाता है. जिससे अब हालत यह हो गयी है कि जिस बहियार में फसल लहलहाती थी वहां अब गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं. बरसात में जब इसमें पानी भर जाता है तो तालाब सा नजारा दिखता है. लेकिन इन अवैध खनन करने वाले को स्थानीय प्रशासन या खनन विभाग भी कुछ नहीं कर पा रहा है. चिमनी संचालक द्वारा तीन से चार फीट मिट्टी काटने के लिए जमीन को 12 से 15 हजार रुपए प्रति कट्ठा दे रहा है. जिसके प्रलोभन में आकर वो अपनी उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रहे हैं. खास बात यह है कि खनन माफिया गांव में परे बिहार सरकार की जमीन में भी मिट्टी खनन कर बेच रहे हैं. जिसे देखने वाला कोई नहीं है. चिमनी भट्ठा संचालक इस काम में गांव के दबंग आपराधिक गतिविधि वाले लोगों की मदद लेते हैं. जिसके कारण इसके लिए कोई भी व्यक्ति आवाज उठाने से भी कतराते हैं. लोगों ने कम से कम जिस सड़क से मिट्टी लदे ट्रैक्टर धूल उड़ाते फर्राटे भरते हैं उसपर पानी छिड़काव करने की भी मांग की है. गांव की इन सड़कों पर रोज सैकड़ों ट्रैक्टर दौड़ने के कारण हमेशा दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है.
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